आखिर ऐसा क्या हुआ कि 4 महीने पहले अयोध्या में राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा होने के बाद भी BJP अयोध्या से हार गई. आइए जानते हैं इस खबर में..
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लोकसभा चुनाव में BJP को UP से सबसे बड़ा झटका मिला है. उससे भी ज्यादा राम नगरी अयोध्या से. अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद भी BJP फैजाबाद लोकसभी सीट से हार गई. फैजाबाद सीट से SP के अवधेश प्रसाद की जीत हुई है. उन्हें 5,54,289 वोट मिले हैं और वे कुल 54,567 वोटों से जीते हैं. वहीं BJP उम्मीदवार लल्लू सिंह को फैजाबाद से 4,99,722 वोट हासिल हुए हैं.
जमीन अधिग्रहण एवं मुआवजे का मामला
अयोध्या और आस-पास के इलाके में लोग जमीन अधिग्रहण और मुआवजे को लेकर काफी परेशान है. मंदिर बनाने के लिए कई घर-दुकाने तोड़ी गई हैं. लोगों का कहना है कि इन जमीनों के बदले उन्हें मुआवजा भी नहीं मिला. इस मुद्दे पर विपक्ष को बोलने का मौका मिल गया, जो कि अयोध्या से BJP की हार का बड़ा कारण बताया जा रहा है.
ग्रामीण क्षेत्रों को नजरअंदाज
लोकसभा चुनाव में BJP के प्रचार में अयोध्या में हुआ विकास एक बड़ा मुद्दा रहा. लेकिन अयोध्या के ग्रामीण क्षेत्रों में सरकार की तरफ से विकास में कोई योगदान नहीं दिखा, जो कि ग्रामिणों में नाराजगी का कारण बना. परिणाम जनक ग्रामिण क्षेत्रों से BJP को बहुत कम वोट मिलें
लल्लू सिंह का संबिधान बदलने वाला बयान
फैजाबाद सीट से लल्लू सिंह BJP उम्मीदवार रहे. लेकिन उनका एक बयान उनके साथ-साथ BJP पर भी भारी पड़ा. लल्लू सिंह ने बयान दिया था कि BJP को संविधान बदलने के लिए 400 सीट चाहिए, जिससे वहां के दलित काफी नाराज हुए. फैजाबाद में करीब 26 फीसदी दलित हैं.
अखिलेश यादव की रैलियां
फैजाबाद में अखिलेश यादव ने ग्रामिण क्षेत्रों पर ध्यान दिया. उन्होंने 5 विधानसभा क्षेत्र में से 2 विधानसभा सीटों (मिल्कीपुर और बीकापुर) में रैलियां की. रैलियों में उन्होंने जमीन अधिग्रहण, मुआवजे और नौकरी जैसे मुद्दों पर बात की. इसका नतीजा ये हुआ कि SP को ग्रामिण क्षेत्रों से खूब वोट मिलें.
जाति के आधार पर वोटिंग
सपा ने फैजाबाद सीट से पासी बिरादरी के अवधेश प्रसाद को उम्मीदवार बनाया था. अयोध्या में सबसे बड़ी दलित आबादी 'पासी' है. साथ ही फैजाबाद में मुस्लिम आबादी भी अच्छी खासी है. जिस वजह से INDIA गठबंधन को वहां BJP से ज्यादा वोट मिलें.