Azadi ka Amrit Mahotsav 2022: हर मज़हब, हर तब्क़े. मुल्क के हर बाशिंदे ने किसी ना किसी तरह से मुल्क की आज़ादी की जंग में अहम किरदार अदा किया है.लेकिन आज हम आपको बताएंगे कि मुसलमान स्वतंत्रता सेनानी के बारे में. जिन्होंने मुल्क को आज़ाद कराने में अहम किरदार अदा किया. और इतिहास में अपना नाम दर्ज कराया.टीपू सुल्तान, सर सैय्यद अहमद खां, कलदंर खां गौड़, तुर्रेबाज खान, ख़ुदा बख़्श बशारत अली.इतने नाम कि हम गिनवाते गिनवाते थक जाएंगे और आप गिनते गिनते लेकिन. इन नामों की फ़हरिस्त पूरी नहीं होगी. टीपू सुल्तान को शेरे मैसूर भी कहा जाता है. टीपू सुल्तान ने ‘ब्रिटिश इस्ट इंडिया कंपनी’ के प्रारम्भिक खतरे को समझा. और उसका जमकर विरोध किया. टीपू सुल्तान भारत के इतिहास में एक ऐसे योद्धा भी थे जिनकी दिमागी सूझबूझ और बहादुरी ने कई बार अंग्रेज़ों को घुटने टेकने पर मजबूर कर दिया. अपनी बहादुरी की ही वजह से उन्हें ‘शेर-ए-मैसूर’ कहा जाने लगा. सर सैय्यद अहमद खां ने ‘अलीगढ़ मुस्लिम आंदोलन’ का नेतृत्व किया. उन्होंने हमेशा हिन्दू-मुस्लिम एकता के विचारों का समर्थन किया. सर सैय्यद अहमद खां ने कहा था कि हमें मतलब हिन्दू और मुसलमानों को ‘एक मन एक प्राण’ हो जाना चाहिए और मिल-जुलकर काम करना चाहिए.
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