Britain New Prime Minister: लिज ट्रस ब्रिटेन की अगली पीएम बनने जा रही है. जिसे लेकर भारतीयों के मन में सवाल है कि आखिर ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बदलने से भारत-ब्रिटेन रिश्तों पर कितना असर पड़ेगा. दरअसल, बॉरिस जॉनसन के शासन में भारत-ब्रिटेन के रिश्ते काफी अच्छे रहे थे और अब सवाल है कि क्या ये रिश्तें वैसे ही कायम रह पाएंगे. गोरतलब है कि बोरिस जानसन के समय में दोनों देशों के संबंध नई ऊंचाई पर पहुंचे थे. भारत और ब्रिटेन के बीच कई समझौते हुए थे, लेकिन अब सवाल है कि लिज ट्रस उन रिश्तों और जो पहल की गई हैं, उन्हें कितना आगे लेकर जाती है. हाल ही में जब 2लिज भारत की यात्रा पर आई थीं तो उस वक्त यूक्रेन और रूस के बीच युद्ध तेज हो चुका था. अपनी इस यात्रा के दौरान लिज ने भारत-ब्रिटेन संबंधों को पहले से ज्यादा मजबूत बनाने का संदेश दिया था. युद्ध के बाद उनका मानना था कि भारत-ब्रिटेन के रिश्तों में मजबूती अब पहले से ज्यादा अहम हो गई है. ऐसे में कहा जा सकता है कि आगे भी भारत-ब्रिटेन के रिश्ते मजबूत रह सकते हैं. इसी के साथ एक वाक्या ये भी हुआ था कि यूक्रेन-रूस युद्ध के दौरान जब रूस के तेल खरीदने पर बात हुई तो उस वक्त विदेश मंत्री जयशंकर ने लिज ट्रस को फटकार लगाई थी. कुछ महीने पहले इंडिया-यूके स्ट्रैटिजिक फ्यूचर्स फोरम’ में जब रूस से तेल खरीदने को लेकर बात हुई थी तो ट्रस ने कहा था, ‘मैंने प्रतिबंधों पर यूके का रुख बता दिया है. तथ्य यह है कि हम इस साल के आखिर तक रूसी तेल पर अपनी निर्भरता खत्म कर रहे हैं. भारत एक संप्रभु देश है. मैं भारत को नहीं बताऊंगी कि उसे क्या करना चाहिए.’ इसके बाद विदेश मंत्री एस जयशंकर ने लिज ट्रस को जमकर सुनाया था. वैसे पीएम चुने जाने से पहले कई मौकों पर लिज ट्रस ने भारत को लेकर पॉजिटिव बयान ही दिए हैं. उन्होंने एक बार कहा था कि मेरे दिमाग में कोई संदेह नहीं है कि दुनिया में सबसे अच्छे और प्रतिभाशाली लोग भारत में हैं. साथ ही उन्होंने वीजा प्रणाली पर गौर करने के लिए कहा था ताकि ज्यादा लोग ब्रिटेन की ओर से आकर्षित हो.