IIT Village: देश में ज्यादातर बच्चे Engineer बनने का सपना देखते हैं और वह भी IIT से पढ़कर, जिसके लिए हर साल लाखों बच्चे परीक्षा देते हैं लेकिन उनमें से कुछ का ही सपना पूरा होता है. क्योंकि यह परीक्षा काफी कठीन होती है और जो बच्चे JEE Mains में ढाई लाख रैंक तक लाते हैं उन्हें फिर एक और परीक्षा से गुजराना पड़ता है जिसे JEE Advance से नाम से जाना जाता है. इसके बाद जो बच्चे इस परीक्षा को पास करते हैं उन्हें जाकर मिलता है इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी यानी (IIT) में एडमिशन, लेकिन आज IIT की बात नहीं करने वाला आज बात करेंगे भारत के उस गांव की जिसको कहा जाता है IITians की फैक्ट्री ऐसा कहा जाता है कि उस गांव के हर एक घर में एक IITians मिल जाएगा. मैं बात कर रहा हूं बिहार के गया जिले का एक गांव है जिसका नाम है पटवा टोली. वैसे तो इस गांव के लोगों का पेशा है बुनाई का. लेकिन पूरे देश में इस गांव को आईआईटीयन की फैक्ट्री के नाम से जाना जाता है. हर साल इस गांव से कई बच्चे IIT में सलेंक्ट होते हैं. गया में कई ऐसे संस्थाएं भी है जो बच्चों को फ्री में IIT की तैयारी करवाते हैं और लगातार बच्चे यहां से पढ़कर देश के अलग अलग IIT में दाखिला ले रहे हैं, और अपने साथ साथ पूरे देश का नाम रोशन करते हैं..