What was the price of 1 Rupee in 1947: हिंदुस्तान को 1947 में अंग्रेजों से आज़ादी मिली थी. इस आज़ादी को 75 वर्ष हो गए हैं. 75 साल होने पूरा देश आज़ादी का 75वां अमृत महोत्सव मना रहा है. इस मौके पर हम आपको बताने जा रहे हैं. कि जिस वक्त देश आज़ाद हुआ था उस समय महंगाई का क्या स्तर था. 50 के दशक में महंगाई की दर 2 फीसद के करीब थी. लेकिन 1950 से 60 के बीच में महंगाई दर में भारी उतार चढ़ाव रहा और 1956-57 के बीच मंहगाई दर बढ़कर 13.8% हो गई. लेकिन इस दशक के आखिर में इसमें कुछ काफी सुधार हुआ. महंगाई दर घटकर 3-7 फीसदी तक आ गई. हालांकि जैसे जैसे आगे बढ़ते रहे यह आंकड़ा ऊपर नीचे होता रहा. क्योंकि 70 की दहाई में हिंदुस्तान को चीन और पाकिस्तान दोनों देशों जंग लड़नी पड़ी. जंग के चलते 1965 के आसपास महंगाई अपनी शीर्ष पर पहुंच गई थी और जंग के कारण चीजों की कीमतें से आसमान छूने लगी थीं. हालांकि 1970 के आसपास फिर महंगाई में गिरावट दर्ज की गई. साल 1947 में हर चीज के दाम रुपये, पैसे, और आने में हुआ करती थी. उस समय 1 रुपये का सिक्का तो नकद चांदी में हुआ करता था और रुपये की कीमत 16 आने यानी 64 पैसे थी और उस वक्त 1 डॉलर की कीमत 1 रुपये के बराबर हुआ करती थी लेकिन आज डॉलर और रुपये में भारी अंतर आ गया है. इस समय एक डॉलर की कीमत 79 रुपये 32 पैसे है.
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