Injustice with woman in afghansitan: अफगानिस्तान में तालिबान राज आने के बाद से ही लगातार ख्वातीन पर पाबंदिया आयत करने का सिलिसिला जारी है. ख्वातीन यहां मुसलसल जबरन कानूनों की पासदारी करने को मजबूर हैं. पहले ख्वातीन की तालीम पर रोक, उनके बाहर जाने पर पाबंदी और साथ ही वक्त वक्त पर उनकी पोशाक पर तब्सिरा. इस सबका सामना करने को मजबूर अफगानी ख्वातीन के लिए तालीबान की ओर से एक और नया फरमान जारी किया गया है. अफगानिस्तान के बल्ख में दुकानदारों से बिना हिजाब वाली ख्वातीन को कुछ भी बेचने से मना किया गया है. नए आर्डर के मुताबिक अगर कोई दुकानदार हिजाब नहीं पहनने वाली ख्वातीन को कोई प्रोडक्ट बेचते हैं तो उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी. यह आर्डर मजार-ए-शरीफ शहर की मशहूर ब्लू मस्जिद के तरफ से जारी किया गया है. अफगानिस्तान में तालिबान 2.0 आने के बाद लगातार वहां ख्वातीन के हिजाब पहनने पर जोर दिया रहा है. दो महीने पहले हिजाब नहीं पहने वाली मुस्लिम ख्वातीन का मवाज़ना जानवरों से किया गया था और उन्हें छोटे या तंग कपड़े पहनने को भी मना किया गया था. इसके लिए कंधार शहर में जगह-जगह पोस्टर लगाए थे. बता दें की अगस्त में सत्ता में लौटने के बाद से तालिबान ने अफगान ख्वातीन पर कड़ी पाबंदिया लगा रही है. बीते मार्च में भी तालिबान ने आर्डर जारी कर मर्दों और ख्वातीन के एक ही दिन मनोरंजन पार्क में जाने पर रोक लगाई थी. इससे पहले भी तालिबान हुकूमत ने ख्वातीन पर कई तरह के रोक लगाई.
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