Indian Navy to get a new ensign: भारतीय नौसेना यानी Indian Navy की पहचान कल से बदलने जा रही है.पीएम मोदी कल यानी 2 सितंबर को जब IAC विक्रांत नौसेना को सौपेंगे.तो इसी दौरान नेवी के नए ध्वज का भी अनावरण किया जाएगा. तो ऐसे में सवाल उठता है कि,आख़िर ये बदलाव क्यों हो रहा है. तो चलिए आपको बताते हैं. दरअसल 2 अक्टूबर 1934 को, नैवल सर्विस को, रॉयल इंडियन नेवी का नाम दिया गया था. लेकिन बंटवारे के बाद नौसेना.रॉयल इंडियन नेवी और रॉयल पाकिस्तान नेवी के रूप में बंट गई.आजादी के पहले तक भारतीय नौसेना के ध्वज में ऊपरी कोने में, ब्रिटिश झंडा बना रहता था. जिसकी जगह तिरंगे को जगह दी गई थी. लेकिन अब जो जानकारी मिली है,उसके मुताबिक नए ध्वज में जो क्रॉस का निशान है. उसे भी हटाया जा सकता है.क्योंकि ध्वज में बना क्रॉस, सेंट जार्ज का प्रतीक है. लिहाज़ा नौसेना का ये नया निशान, अतीत को पीछे छोड़ते हुए, समृद्ध भारतीय समुद्री विरासत के अनुरूप होगा.यहां आपके लिए ये जानना भी ज़रूरी है कि. आजादी से अब तक नौसेना के निशान को चार बार बदला जा चुका है. 26 जनवरी 1950 यानी पहले गणतंत्र दिवस के मौके पर इंडियन नेवी में से रॉयल शब्द को हटा लिया गया. इसके बाद 2001 में नौसेना के ध्वज में सफेद झंडे के बीच में जॉर्ज क्रॉस को हटाकर नौसेना के एंकर को जगह दी गई और ऊपरी तरफ बाएं कोने पर तिरंगे को बरकरार रखा गया. 2004 में नौसेना के ध्वज में एक बार फिर से, रेड जॉर्ज क्रॉस को शामिल कर लिया गया. लेकिन इस बार, लाल जॉर्ज क्रॉस के बीच में अशोक स्तंभ को भी शामिल किया गया था. और आख़िरी बार 2014 में एक और बदलाव किया गया था. इस बार देवनागरी भाषा में राष्ट्रीय प्रतीक के नीचे सत्यमेव जयते लिखा गया.