What is FATF: FATF यानी Financial Action Task Force ने पाकिस्तान को साल 2018 से ग्रे लिस्ट में डाला हुआ है. अब इसके ग्रे लिस्ट से बाहर आने की उम्मीद की जा रही है. यदि ऐसा हो जाता है तो ये पाकिस्तान के लिए एक बड़ी खुशखबरी होगी. इसके अलावा ये पाकिस्तान की मौजूदा शहबाज शरीफ की सरकार के लिए एक बड़ी कामयाबी होगी. पाकिस्तान को जून 2018 में ग्रे लिस्ट में शामिल किया गया था. उस पर मनी लॉन्ड्रिंग, टेरर फंडिंग और कमजोर कानून बनाने के आरोप हैं. FATF ने साफ किया था कि पाकिस्तान की वजह से ग्लोबल फाइनेंशियल सिस्टम खतरे में पड़ सकता है.तभी से इस पर ब्लैक लिस्ट होने की भी तलवार लटकी हुई थी. दो दिन चलने वाली फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स यानी FATF की अहम मीटिंग गुरुवार को पेरिस में शुरू हो गई है. दुनिया की नजरें इस बात पर हैं कि क्या पाकिस्तान को FATF की 206 मेंबर्स वाली कमेटी इस बार ग्रे लिस्ट से निकालेगी. वहीं पाकिस्तान ग्रे लिस्ट से बाहर आने की उम्मीद क्यों कर रहा है. तो आपको बता दें पाकिस्तान के नए फाइनेंस मिनिस्टर इशाक डार ने दावा किया था कि उनका मुल्क अब ग्रे लिस्ट से बाहर आ जाएगा, क्योंकि उसने FATF की तमाम शर्तें पूरी की हैं.
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