भारतीय शेयर बाजार के लगातार गिरने की एक बड़ी वजह विदेशी निवेशकोंकी भारी बिकवाली है. विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों का भारतीय बाजार से बिकवाली का सिलसिला जारी है.
Trending Photos
FPI : भारतीय शेयर बाजार के लगातार गिरने की एक बड़ी वजह विदेशी निवेशकोंकी भारी बिकवाली है. विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों का भारतीय बाजार से बिकवाली का सिलसिला जारी है. इस महीने एफपीआई ने अब तक बाजार से 1,02,931 करोड़ रुपये की निकासी कर ली है.
विदेशी निवेशकों ने अक्टूबर के महीने में भारतीय शेयर बाजार से करीब 86 हजार करोड़ रुपए निकाल लिए हैं. यह भारतीय शेयर बाजार के इतिहास में पहली बार हुआ है. एफपीआई ने इक्विटी में की एक लाख करोड़ रुपये की बिकवाली की है. विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (एफपीआई) की ओर से भारतीय शेयर बाजारों में 24 अक्टूबर तक 1,02,931 करोड़ रुपये की बिकवाली की गई है। हालांकि, इसके उलट घरेलू संस्थागत निवेशकों (डीआईआई) द्वारा करीब 97,000 करोड़ रुपये का निवेश इक्विटी बाजारों में किया है.
पिछले हफ्ते एफपीआई द्वारा भारतीय इक्विटी मार्केट में 20,024 करोड़ रुपये की निकासी की गई है. बिकवाली के कारण निफ्टी और सेंसेक्स में क्रमश: 2.7 और 2.2 प्रतिशत की बिकवाली की गई है. हालांकि, इस दौरान प्राथमिक बाजारों में एफपीआई ने 17,145 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे हैं. इसकी वजह बाजार में बड़े आईपीओ का आना था.
अगर प्राथमिक बाजार की खरीदारी को जोड़ दिया जाए तो एफपीआई की शुद्ध बिकवाली का आंकड़ा 85,790 करोड़ रुपये है. एफपीआई की लगातार बिकावाली के कारण बाजार का रुझान नकारात्मक हुआ है. निफ्टी अपने ऑल-टाइम हाई से करीब 8 प्रतिशत नीचे आ चुका है. बाजार के जानकारों का कहना है कि एफपीआई द्वारा लगातार की जा रही बिकवाली छोटी अवधि में जारी रह सकती है, क्योंकि मध्य पूर्व में तनाव और अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव के नतीजे को लेकर अनिश्चितता है. इनपुट आईएएनएस