CCI Notice: एयर इंडिया को इसका जवाब देने के लिए 30 दिन का समय दिया गया है. सीसीआई (CCI) यह देखना चाहता है कि एयर इंडिया और विस्तारा के मर्जर से कंप्टीशन पर कितना असर पड़ता है.
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Vistara Merger: टाटा ग्रुप के मालिकाना हक वाली एयर इंडिया (Air India) और विस्तारा (Vistara) के मर्जर की डील खटाई में पड़ती नजर आ रही है. कंप्टीशन कमीशन ऑफ इंडिया (CCI) तरफ से एयर इंडिया (Air India) को नोटिस जारी किया गया है. नोटिस में एयर इंडिया से पूछा गया है कि विस्तारा के साथ उसके मर्जर की क्यों नहीं जांच की जानी चाहिए. इससे दोनों एयरलाइन का मर्जर प्लान आने वाले समय में लटक सकता है.
एयर इंडिया एक महीने का समय दिया गया
जानकारी के अनुसार सीसीआई (CCI) ने एयर इंडिया को जारी किये गए कारण बताओ नोटिस में पूछा है कि विस्तारा के साथ उसके मर्जर के प्रस्ताव की जांच क्यों नहीं की जाए? एयर इंडिया को इसका जवाब देने के लिए 30 दिन का समय दिया गया है. सीसीआई (CCI) यह देखना चाहता है कि एयर इंडिया और विस्तारा के मर्जर से कंप्टीशन पर कितना असर पड़ता है. पिछले साल टाटा और सिंगापुर एयरलाइंस ने मार्च 2024 तक फुल सर्विस कैरियर बनाने के प्लान पेश किया था.
कंप्टीशन में किसी तरह का बदलाव नहीं होगा
इसके बाद दोनों कंपनियों ने मर्जर प्लान का ज्वाइंट प्रपोजल भी सब्मिट किया. उस समय टाटा, सिंगापुर एयरलाइंस, एयर इंडिया और विस्तारा की तरफ से कहा गया कि एयर इंडिया और विस्तारा का मर्जर यदि होता है तो कंप्टीशन में किसी तरह का बदलाव नहीं होगा. देश में फ्लाइट के कंप्टीशन पर किसी तरह का विपरीत असर नहीं पड़ेगा. लेकिन अब सीसीआई ने दोनों एयरलाइन की तरफ से दिए गए प्रपोजल को मंजूरी देने की बजाय अब जांच कराने का फैसला किया है.
आपको बता दें विस्तारा में टाटा ग्रुप की 51 फीसदी और और सिंगापुर एयरलाइंस की 49 प्रतिशत हिस्सेदारी है. मर्जर के बाद सिंगापुर एयरलाइंस की 25.1 प्रतिशत हिस्सेदारी होगी, बाकी हिस्सेदारी टाटा ग्रुप के पास रहेगा. मर्जर पूरा होने के बाद सिंगापुर एयलाइंस की तरफ से 25 करोड़ डॉलर का निवेश किया जाएगा. कंपनी ने बताया कि इंटरनल सोर्स से फंडिंग की जाएगी. टाटा का प्लान आने वाले समय में सभी एयर लाइन को एक छत के नीचे लाना है.