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SBI Interest Rate: अगर आपने भी देश के सबसे बड़े सरकारी बैंक भारतीय स्टेट बैंक (SBI) से लोन लिया है तो ये खबर आपके लिए जरूरी है. एसबीआई ने अपने ग्राहकों को झटका देते हुए ब्याज दरों में बढ़ोतरी कर दी है. एसबीआई ने अलग-अलग टेन्योर के लिए मार्जिनल कॉस्ट ऑफ फंड्स बेस्ट लेंडिंग रेट ( MCLR) की दर में 10 बेसिस प्वाइंट की बढ़ोतरी कर दी है.
मार्जिनल कॉस्ट लेंडिंग रेट यानी MCLR पर 0.1 फीसदी की बढ़ोतरी के चलते लोन की ब्याज दरों में बढ़ोतरी हुई है. एमसीएलआर बेस्ड लोन महंगा हो जाएगा, ईएमआई का बोझ पहले के मुकाबले बढ़ जाएगा. बता दें कि एसबीआई ने एमसीएलआर दर में तब बढ़ोतरी की, जब कि आरबीआई ने रेपो रेट को 6.5 फीसदी पर स्थित रखा.
कितनी बढ़ी ब्याज दर
एसबीआई की ओर से एमसीएलआर दर में बढ़ोतरी से होम लोन, कार लोन महंगे हो गए हैं. एसबीआई ने 1 साल की अवधि पर एमसीएलआर 8.65 फीसदी से बढ़ाकर 8.75 फीसदी कर दिया है. वहीं 1महीने से तीन महीने का एमसीएलआर रेट 8.20 फीसदी से बढ़कर 8.30 फीसदी हो गया है. 6 महीने का एमसीएलआर 8.55 फीसदी से बढ़कर 8.65 फीसदी हो गया है. जबकि 2 साल का एमसीएलआर 8.75 फीसदी से बढ़कर 8.85 फीसदी हो गया. तीन साल का एमसीएलआर दर 8.85 फीसदी से बढ़कर 8.95 फीसदी पर पहुंच गया.
क्या होता है एमसीएलआर
एमसीएलआर एक बेंचमार्क ब्याज दर है. जिसके मुताबिक बैंक अपने ग्राहकों को होम लोनस कार, लोन आदि लोन देते हैं. बैंक एमसीएलआर दर से कम पर लोन की इजाजत नहीं देते हैं. बता दें कि एमसीएलआर रेट में बढ़ोतरी का असर रेपो रेट से लिंक लोन पर असर नहीं होता. एमसीएलआर में बढ़ोतरी से आरबीआई रेपो रेट या ट्रेजरी बिल यील्ड जैसे बाहरी बेंचमार्क से जुड़े लोन पर असर नहीं पड़ता.