SDM Success Story: घर का सबसे छोटा बेटा बन गया डिप्टी कलेक्टर, पापा करते हैं किराने की दुकान
Advertisement
trendingNow12075827

SDM Success Story: घर का सबसे छोटा बेटा बन गया डिप्टी कलेक्टर, पापा करते हैं किराने की दुकान

Uttar Pradesh Public Service Commission: साल 2023 में सिद्धार्थ गुप्ता नायब तहसीलदार बने और अब उनकी तैनाती बिजनौर जिले के लेखपाल प्रशिक्षण केंद्र में है.

SDM Success Story: घर का सबसे छोटा बेटा बन गया डिप्टी कलेक्टर, पापा करते हैं किराने की दुकान

UPPSC 2023: यूपीपीएससी 2023 का रिजल्ट जारी हो गया है. किसी के घर का सबसे छोटा तो किसी घर का सबसे बड़ा बच्चा सरकारी अफसर बना है. कई कैंडिडेट तो ऐसे भी हैं जो पहले से सरकारी नौकरी कर रहे थे अब उन्होंने और बड़े पद के लिए क्वालिफाई किया है. आज हम एक घर के ऐसे ही बच्चे के बारे में बात कर रहे हैं जोकि अपने घर में सबसे छोटे हैं और घर के इकलौते बेटे हैं. हम बात कर रहे हैं यूपीपीएससी टॉपर सिद्धार्थ गुप्ता की.

देवबंद में किराना की दुकान चलाने वाले राजेश गुप्ता के बेटे सिद्धार्थ गुप्ता (27) ने उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग की पीसीएस परीक्षा में टॉप कर जिले का नाम रोशन किया है. सिद्धार्थ वर्तमान में बिजनौर में नायब तहसीलदार के पद पर तैनात हैं. 

सिद्धार्थ गुप्ता ने बताया कि तीन प्रयासों के बाद पहले इंटरव्यू में ही उन्हें सफलता मिल गई. साल 2023 में वह नायब तहसीलदार बने और अब उनकी तैनाती बिजनौर जिले के लेखपाल प्रशिक्षण केंद्र में है. पढ़ाई की बात करें तो सिद्धार्थ ने इंटरमीडिएट तक की पढ़ाई देवबंद के दून वैली स्कूल से की है. इसके बाद उन्होंने दिल्ली यूनिवर्सिटी के हंसराज कॉलेज से बीएससी ऑनर्स किया. सिद्धार्थ ने अपनी सफलता का क्रेडिट अपने माता-पिता को दिया है.

किराना व्यापारी राजेश गुप्ता के तीन बच्चों में सिद्धार्थ सबसे छोटे हैं. उनकी एक बहन डॉ. नेहा दिल्ली में हृदय रोग विशेषज्ञ हैं जबकि दूसरी बहन हाउस वाइफ हैं. सिद्धार्थ ने कहा कि उनका लक्ष्य देश की सेवा करना है. बताया कि गुरुजनों व माता-पिता के आशीर्वाद से ही वह इस मुकाम पर पहुंचे हैं. यूपीपीएससी के रिजल्ट की घोषणा के बाद परिवार में खुशी की लहर है. सिद्धार्थ किराना एसोसिएशन देवबंद के अध्यक्ष राजेश गुप्ता के इकलौते बेटे हैं.

TAGS

Trending news