Knowledge: आखिर बुलेटप्रूफ गाड़ी में ऐसा क्या लगा होता है, जो गोली को अंदर नहीं आने देता?
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Knowledge: आखिर बुलेटप्रूफ गाड़ी में ऐसा क्या लगा होता है, जो गोली को अंदर नहीं आने देता?

Bulletproof Vehicles: बुलेटप्रूफ कार किसी भी तरह के पिस्टल, रिवॉल्वर और राइफल के हमले से सुरक्षित करती है. यहां जानेंगे कि बुलेटप्रूफ कार का निर्माण कैसे होता है और इसकी क्या-क्या विशेषताएं हैं.

Knowledge: आखिर बुलेटप्रूफ गाड़ी में ऐसा क्या लगा होता है, जो गोली को अंदर नहीं आने देता?

Features of Bulletproof Car: बुलेटप्रूफ कार दिखने में साधारण कार की तरह ही होती है, लेकिन जो व्यक्ति इसमें बैठा होता है उसके लिए यह चलता-फिरता सुरक्षा कवच है. बुलेटप्रूफ कार किसी भी तरह के धमाके से कार में बैठे व्यक्ति को बचाती है. इसे देखकर कोई भी बुलेट प्रूफिंग का अंदाजा नहीं लगा सकता है, लेकिन चलाते समय यह काफी भारी हो जाती है और इसकी खिड़कियां खोली नहीं जा सकती हैं. 

यह कैसे बनती है, कैसे काम करती है, इसमें क्या-क्या विशेषताएं होती है, कैसे VVIP की प्रोटेक्शन में सहायक, कैसे इसे तैयार किया जाता है. आज इस आर्टिकल में आपके लिए इन्हीं सब सवालों के जबाव लेकर आए हैं....

ऐसे तैयार की जाती है बुलेटप्रूफ कार 
बुलेटप्रूफ कार एक ऐसा सुरक्षा वाहन है, जिसमें गाड़ी की विंडो में बुलेटप्रूफ कांच लगे होते हैं और उसकी बॉडी पैनल में आर्मर प्लेट लगाई जाती है. बुलेटप्रूफ गाड़ियां अलग से नहीं आती, बल्कि बाजार में उपलब्ध विकल्पों मे से ही किसी गाड़ी को बुलेटप्रूफ बनाया जाता है. कार की बुलेट प्रूफिंग के लिए सबसे पहले मोटी मेटल शीट का चुनाव किया जाता है. 

इंडिया में बुलेटप्रूफ कार के निर्माण में 6.5 मिमी मोटाई की शीट का इस्तेमाल किया जाता है. यह मजबूत होती है कि इसे काटने और तराशने के लिए एक खास ब्लेड वाले कटर का इस्तेमाल किया जाता है. मेटल शीट इंस्टाल करते समय इंजन फायर वाल के एक-एक वायर और वाल्व को ध्यान में रखते हुए बुलेटप्रूफ प्रोटेक्शन किया जाता है. 

बुलेटप्रूफ कार के शीशों को मजबूत बनाना बहुत मशक्कत का काम होता है.  इसके लिए करीब 45 से 55 mm का मोटा ग्लास जो कि कई परतों में होता है, उसका इस्तेमाल होता है. समय के साथ ही डिजाइन के मुताबिक इन गाड़ियों में चेंजेस किए जा रहे है. 

बुलेटप्रूफ कार बनाने में कितना होता है खर्च?
गाड़ियों की बुलेटप्रूफिंग कराने का खर्च कई बार कार की कीमत से ज्यादा होता है. पूरी गाड़ी की बुलेट प्रूफिंग पर  20-25 लाख तक खर्च होता है. जबकि, सिर्फ साइड बॉडी की बुलेट प्रूफिंग पर 10-15 लाख और केवल शीशों की बुलेटप्रूफिंग पर लगभग 5 लाख रुपये खर्च करने पड़ते हैं. वहीं, मर्सिडीज़ या बीएमडब्ल्यू की पूरी बुलेट प्रूफिंग में 3-4 करोड़ रुपये भी खर्च हो सकते हैं. 

जानें क्या होती हैं बुलेटप्रूफ गाड़ी की विशेषताएं
1. 360 डिग्री बुलेट प्रूफ प्रोटेक्शन 
बुलेटप्रूफ कार की आर्मर किट को ऐसे तैयार किया जाता है कि यात्री कम्पार्टमेंट के उच्च गुणवत्ता वाले स्टील कवच और कांच को गोला-बारूद से बचाते हुए सुरक्षित करते हैं. इसमें गन पोर्ट के साथ आर्मरड बल्क हेड लगे होते हैं. गन पोर्ट आपको हमले का सामना करने में मदद करता है. इस तरह गाड़ी को भी तरफ से सुरक्षित बनाया जाता है. 

2. पारदर्शी बुलेटप्रूफ ग्लास 
बुलेटप्रूफ ग्लास बैलिस्टिक ग्लास के रूप में जाना जाता है, जो कार के शीशे से टकराने वाली गोलियों को रोकता है. इसमें दो पारदर्शी प्लास्टिक की परतें होती हैं और इनके बीच पॉली कार्बोनेट कि लेयर लाई जाती है, जो उसको कठोर और पारदर्शी बनाती है. इस प्रक्रिया को लेमिनेशन कहा जाता है. लेमिनेशन के बाद शीशे काफी मोटा हो जाता है. 

जब बुलेट कांच पर लगती है, तो उसकी उर्जा को कांच के ग्लास की परत अवशोषित करती है, जिस जगह पर बुलेट हिट होती है वहां का शीशा थोड़ा चटक जाता है. वही, दूसरी कठोर प्लास्टिक की परत बुलेट की बाकी ऊर्जा को अवशोषित करके इसे रोक देती है, ताकि शीशे की आखिरी परत पर छेद न हो. 

3. ब्लास्ट प्रूफ फ्लोर
गाड़ी की फ्लोरिंग पर फ्यूल पाइपिंग, ट्रांसमिशन, आयल और इलेक्ट्रिकल वायरिंग की जाती है. ब्लास्ट प्रूफ फ्लोर प्रोटेक्शन एक आर्मर्ड स्टील है जो गाड़ी के फर्श में लगाया है, जिससे हाथ से फेंके गए ग्रेनेडों विफल  हैं.

4. बख़्तरबंद छत 
आर्मर ग्रेड छत प्रोटेक्शन को कार की छत वाले हिस्से की सुरक्षा के लिए खास तरह से डिजाइन किया जाता है. इन गाड़ियों में खास फायरिंग स्लॉट्स बनाए जाते है. 

5. रन फ्लैट टायर सिस्टम 
यह सिस्टम गाड़ी को एक या उससे ज्यादा फ्लैट टायर से संचालित करने की अनुमति देता है और कार की गतिशीलता को बढ़ाता है. इससे कार को स्थानांतरित उस कंडीशन में भी किया जा सकत है, जब टायर को बैलेस्टिक हमले का सामना करना पड़ रहा हो. कार का टायर भी पंक्चर हो जाए तो यह मीलों दौड़ सकती है. रन फ्लैट टायर पंचर होने पर  90 किमी प्रति घंटे की स्पीड से लगभग 160 से 320 किमी की दूरी तय कर सकता हैं.

6. ब्रेक सिस्टम अपग्रेड और अपग्रेड सस्पेंशन 
कार के ज्यादा वजन की क्षतिपूर्ति के लिए ओईएम ब्रेक पैड और रोटर डिस्क अपग्रेड किया जाता है. रोटर और डिस्क ब्रेक गाड़ी में ब्रेक लगाने की क्षमता में बढ़ाने के साथ ही रोकने की दूरी भी कम करता है. वहीं, कार के हवा में उछलने, हिलने-डुलने और एक्सीडेंटल ड्राइविंग एक्सपीरियंस से बचने के लिए इसके सस्पेंशन को अपग्रेड किया जाता है.

ये हैं अन्य विशेषताएं 
इसके अलावा बुलेट प्रूफ कार में आर्मरड ईंधन टैंक, इंजन कम्पार्टमेंट संरक्षण, जीपीएस और ऑटो शटडाउन, टेल पाइप संरक्षण,  ओवरलैप सिस्टम आदि सुविधाएं भी होती हैं.

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