Hema Malini Film: दशकों तक हिंदी सिनेमा में पर राज करने वाली हेमा मालिनी की फिल्म 'सीता और गीता' तो आपको याद ही होगी. इस फिल्म में उनके साथ धर्मेंद्र और संजीव कपूर नजर आए थे, लेकिन आपको जानकर हैरानी होगी कि मेकर्स इस फिल्म में हेमा को नहीं लेना चाहते थे.
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Hema Malini Film Seeta Aur Geeta: दशकों से हिंदी सिनेमा से लेकर अपने फैंस के दिलों पर राज कर रहीं खूबसूरत अदाकारा और सांसद हेमा मालिनी के अपने लंबे करियर में कई फिल्मों में काम किया है, जिनमें कई फिल्में हिट तो कई सुपरहिट रहीं. आज भी उनके फैंस उनको 'ड्रीम गर्ल' के नाम से जानते हैं, जो उनकी सुपरहिट फिल्मों में से एक है. उनकी कई हिट फिल्मों से एक 80 के दशक में आई 'सीता और गीता' भी है.
इस फिल्म में हेमा मालिनी के साथ धर्मेंद्र और संजीव कपूर जैसे कलाकार नजर आए थे, लेकिन आपको ये जानकर हैरानी होगी कि पहले मेकर्स इस फिल्म में हेमा मालिनी को नहीं लेना चाहते थे. जी हां, इस फिल्म के लिए मेकर्स की पहली पसंद कोई और लड़की थी. रमेश सिप्पी की ये फिल्म ‘सीता और गीता’ सिनेमा जगत की कल्ट फिल्मों में शामिल है. इस फिल्म में हेमा मालिनी ने डबल रोल सीता और गीता का रोल निभाया था.
मेकर्स को नहीं था हेमा पर भरोसा
फिल्म में हेमा मालिनी ने अपने किरदार और अभिनय से अपने फैंस और बाकी दर्शकों को काफी इंप्रेस किया था. आज भी इस फिल्म में उनके किरदार को खूब पसंद किया जाता है, जिसके लिए उन्हें फिल्मफेयर का बेस्ट एक्ट्रेस अवॉर्ड भी मिला था. लेकिन, फिल्म बनने से पहले के मेकर्स को हेमा मालिनी के टैलेंट पर भरोसा नहीं था और वो इस फिल्म में मुमताज को कास्ट करना चाहते थे. फिर ऐसे मिला हेमा को चांस.
सलीम-जावेद की जोड़ी ने लिखी थी फिल्म
ये फिल्म साल 1972 में सिनेमाघरों पर उतरी थी. इस फिल्म की कहानी को सलीम-जावेद की हिट जोड़ी ने लिखा था, लेकिन अपनी कहानी के लिए उनको हेमा मालिनी के टैलेंट पर भरोसा नहीं था. वो चाहते थे कि फिल्म में सीता और गीता के किरदार को बेहतरीन तरीके से प्ले किया जाना चाहिए, जिसके लिए वो मुमताज को लेना चाहते थे. इस किस्से का जिक्र खुद ‘शोले’ बनाने वाले रमेश सिप्पी ने किया था.
मुमताज को साइन करना चाहते थे मेकर्स
अपने एक इंटरव्यू में उन्होंने बताया था कि सलीम-जावेद ‘सीता और गीता’ के लिए हेमा मालिनी को नहीं बल्कि मुमताज को साइन करना चाहते थे. इस फिल्म की कहानी जुड़वां लड़कियों की थीं, जो बचपन में एक-दूसरे से बिछड़ जाती हैं और उनकी परवरिश अलग माहौल में होती है. इंटरव्यू में उन्होंने बताया कि उन्होंने हेमा मालिनी के साथ ‘अंदाज’ में काम किया था. इसलिए वो उनको फिल्म का हिस्सा बनाना चाहते थे.
रमेश सिप्पी ने दिया था हेमा मालिनी का नाम
रमेश ने अपने इंटरव्यू में बताया कि जब उन्होंने ‘सीता और गीता’ पर काम करना शुरू किया तो सबको ऐसा लगने लगा कि शायद फिल्म के लिए मुमताज सही रहेंगी. लेकिन बहुत सारी कमिटमेंट होने की वजह से वो शूटिंग के लिए और इंतजार नहीं कर सकते थे. जिसके बाद रमेश सिप्पी ने हेमा मालिनी का नाम सलीम-जावेद को सुझाया था. लेकिन उनको हेमा के टैलेंट पर भरोसा नहीं था. उन्होंने सिप्पी से पूछा था कि क्या वे श्योर हैं?
सलीम-जावेद ने उठाए थे कई सवाल
हेमा मालिनी का नाम सुझाने के बाद सलीम-जावेद ने उनसे कई सवाल किए थे. सिप्पी ने बताया था कि सलीम-जावेद ने पूछा था कि क्या उनकी पर्सनैलिटी ऐसी है कि वो 'गीता' जैसे चंचल किरदार को निभा सकती हैं? डायरेक्टर ने उन्हें कहा कि सीता का किरदार तो फिर भी ठीक है, लेकिन क्या उनकी पर्सनैलिटी गीता का रोल प्ले कर पाएंगी? हालांकि, काफी बात होने के बाद हेमा का नाम फाइनल हो गया और फिल्म हिट रही.