Bhagalpur News: घटना की शुरुआत शाम करीब 5 बजे हुई, जब कुछ सीनियर छात्रों पर रैगिंग का आरोप लगाया गया. यह विवाद धीरे-धीरे बढ़ता गया और देर रात तक गंभीर हो गया. स्थिति तब और खराब हो गई जब प्राचार्य ने मामले को शांत करने की कोशिश की.
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Bhagalpur News: भागलपुर कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग में बीती रात रैगिंग का मामला हिंसक झड़प में बदल गया. सीनियर्स द्वारा रैगिंग को लेकर हुई कहासुनी ने छात्रों और प्रबंधन के बीच टकराव का रूप ले लिया. मामला इतना बढ़ गया कि पुलिस को हस्तक्षेप करना पड़ा. पुलिस और छात्रों के बीच झड़प हुई, जिसमें कई छात्र घायल हो गए.
शाम से शुरू हुआ तनाव
जानकारी के लिए बता दें कि घटना शाम करीब 5 बजे से शुरू हुई, जब कुछ सीनियर्स छात्रों पर रैगिंग का आरोप लगाया गया. इस विवाद ने देर रात बड़ा रूप ले लिया. स्थिति तब और बिगड़ गई, जब प्राचार्य ने समझाने की कोशिश की. छात्रों ने न केवल प्राचार्य की बात को अनसुना किया बल्कि उनके वाहन पर हमला कर शीशे तोड़ दिए.
पुलिस हस्तक्षेप और लाठीचार्ज
इसके अलावा बवाल बढ़ने पर पुलिस को बुलाया गया. छात्रों ने पुलिस पर भी हमला कर दिया, जिसके बाद पुलिस ने लाठीचार्ज किया. इस दौरान छात्रों के लैपटॉप, कूलर और अन्य सामान क्षतिग्रस्त हो गए.
घायल छात्र अस्पताल में भर्ती
लाठीचार्ज में कई छात्र घायल हो गए, जिन्हें जेएलएनएमसीएच (जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज और अस्पताल) में भर्ती कराया गया है. देर रात तक अस्पताल में घायलों का इलाज जारी था.
कॉलेज परिसर बना पुलिस छावनी
घटना के बाद कॉलेज परिसर में भारी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया. देर रात सिटी एसपी मौके पर पहुंचे और छात्रों व प्रबंधन के बीच सुलह कराने की कोशिश की. उनके हस्तक्षेप के बाद ही स्थिति को काबू में लाया जा सका.
छात्रों का आरोप और प्रशासन का जवाब
छात्रों का कहना है कि उनकी शिकायतों को बार-बार नजरअंदाज किया गया, जिससे उनकी नाराजगी बढ़ी. वहीं, प्रबंधन का कहना है कि हिंसा का सहारा लेना किसी भी सूरत में सही नहीं है.
आगे की कार्रवाई
प्रशासन ने घटना की जांच के आदेश दिए हैं. छात्रों और प्रबंधन के बीच संवाद को सुधारने के लिए कदम उठाए जा रहे हैं. इस घटना ने रैगिंग और कॉलेज परिसर में अनुशासन के मुद्दे को फिर से उजागर कर दिया है. साथ ही भागलपुर कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग की यह घटना रैगिंग के खिलाफ सख्त कदम उठाने की आवश्यकता पर जोर देती है. ऐसे मामलों में छात्रों की सुरक्षा और अनुशासन सुनिश्चित करना प्राथमिकता होनी चाहिए.
इनपुट- अश्वनी कुमार
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