Bihar Hooch Tragedy: छपरा जिले में जहीरीली शराब पीने से मरने वालों की संख्या में इजाफा हुआ है. जहरीली शराब पीने से मौत का आंकड़ा 2 से बढ़कर 8 तक पहुंच गया है. उसमें में कई लोगों की स्थिति अभी नाजुक बनी हुई है.
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Chapra: बिहार में लंबे समय से शराबबंदी कानून लागू है. उसके बाद भी बिहार में शराब का कारोबार लगातार चल रहा है. लोगों द्वारा शराब पीना और बेचना अभी तक भी बंद नहीं हुआ है. इसको लेकर बिहार सरकार काफी समय से प्रयास कर रही है. शराब तस्करों के खिलाफ पुलिस लगातार जगह जगह छापेमारी करती रहती है. हालांकि उसके बाद भी शराब पीना और बेचना बंद नहीं हो रहा है. हाल ही में छपरा जिले में जहीरीली शराब पीने से मरने वालों की संख्या में इजाफा हुआ है. जहरीली शराब पीने से मौत का आंकड़ा 2 से बढ़कर 8 तक पहुंच गया है. उसमें में कई लोगों की स्थिति अभी नाजुक बनी हुई है.
मौत की संख्या बढ़ी
दरअसल, यह मामला छपरा जिले के मकेर थाना क्षेत्र के फुलवरिया भाथा नोनिया टोला का है. यहां पर जहरीली शराब पीने से मौत के आंकड़े लगातार बढ़ रहे हैं. जहरीली शराब पीने से दो लोगों की मौत के बाद यह संख्या बढ़कर 8 पहुंच चुकी है. इसके अलावा दर्जनों लोग पटना के पीएमसीएच और छपरा सदर अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती हैं. वहीं, पटना के पीएमसीएच में इलाज के दौरान चंदेश्वर महतो और ओमनाथ महतो की भी मौत हो चुकी है. अभी भी पटना में जहरीली शराब पीने के बाद बीमार हुए लोगों का इलाज जारी है. कई लोगों की हालत अभी भी गंभीर बनी हुई है.
11 लोग पीएमसीएच में भर्ती
इस घटना के बाद जिलाधिकारी राजेश मीणा और पुलिस अधीक्षक फुलवरिया के भाथा टोले में मौजूद हैं. जहां पर इस मामले से जुड़े अन्य लोगों के घरों में तलाश की जा रही है और उन्हें इलाज के लिए अस्पताल भेजने की प्रक्रिया में जुटे हैं. इस घटना में कुल 11 लोग अभी भी पीएमसीएच में भर्ती हैं, जिनकी हालत गम्भीर बनी हुई है. वहीं, छपरा के सदर अस्पताल में भी 6 लोगों का इलाज जारी है.
डीएसपी ने की 8 लोगों की मौत की पुष्टि
फुलवरिया गांव सहित आसपास के सीमावर्ती थाना क्षेत्र में अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी सोनपुर/मढौरा के साथ ए. एल.टी. एफ. की टीम एवं प्रशासनिक पदाधिकारी, उत्पाद विभाग की टीम, अन्य पुलिस पदाधिकारियों के द्वारा संयुक्त रूप से कार्रवाई के तहत छापेमारी की जा रही है. इसके अलावा सिविल सर्जन एवं मेडिकल की टीम भी प्रभावित गांव/क्षेत्र में कैंप किए हुए है. जहरीली शराब से प्रभावित लोगों की पहचान के लिए घर-घर में सर्वे किया जा रहा है. जिन भी लोगों का इलाज हो रहा है उनके स्वास्थ्य पर निगरानी रखी जा रही है. परिजनों ने इलाज में कोताही बरतने और प्रसाशन पर शराब विक्रेता को संरक्षण देने का आरोप लगाया. वही डीएसपी ने 8 लोगों के मौत की पुष्टि की है.
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