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सीतामढ़ी:Bihar News: बिहार के सीतामढ़ी जिले का एक प्रखंड को बाल श्रम मुक्त घोषित किया गया है. यह सुनने में भले ही अजीब लग रहा हो लेकिन श्रम विभाग और कुछ एनजीओ ने इसे धरातल पर उतारा है. इनके लगातार प्रयास का ही ने नतीजा है कि जिले का एक प्रखंड बाल श्रम जैसे कलंक से मुक्त हो गया है. इसके साथ ही जिले की उपलब्धियों में यह एक और कामयाबी जुड़ गया है. बता दें कि 14 वर्ष से कम उम्र के बच्चों से काम लेना बाल श्रम की श्रेणी में आता है. सरकार ने 14 साल से कम उम्र के बच्चों से काम करवाना गैरकानूनी घोषित कर रखा है. इस मामले में बाल श्रम कराने वालों लोगों से आर्थिक दंड के आलावा जेल का भी प्रावधान किया गया है.
सीतामढ़ी के बथनाहा प्रखंड को बालश्रम मुक्त घोषित किया गया है. इसकी विधिवत घोषणा गुरूवार(1 जून) को की गई। इसके लिए श्रम विभाग, बचपन बचाओ आंदोलन एवं प्रखंड स्तरीय बाल सरंक्षण समिति के संयुक्त तत्वावधान में बाकायदा बथनाहा प्रखंड कार्यालय के सभाकक्ष में एक कार्यक्रम का आयोजन भी किया गया था. इसी कार्यक्रम में प्रखंड को (बाल श्रम मुक्त क्षेत्र) नो टॉलरेंस जॉन घोषित किया गया. इस कार्यक्रम का उदघाटन श्रम अधीक्षक सुबोध कुमार और स्थानीय बीडीओ अजीत कुमार प्रसाद ने संयुक्त रूप से दीप जलाकर कर किया. वहीं बचपन बचाओ आंदोलन के प्रतिनिधि मुकुंद कुमार चौधरी ने मंच का संचालन किया.
श्रम अधीक्षक सुबोध कुमार ने बथनाहा प्रखंड क्षेत्र को बाल श्रम मुक्त क्षेत्र नो टॉलरेंस जॉन घोषित करते हुए कहा कि श्रम विभाग, बचपन बचाओ आंदोलन और प्रखंड स्तरीय बाल सरंक्षण समिति ने सामूहिक रूप से एक अच्छा प्रयास किया। प्रखंड के हरेक होटल, ढाबा, दुकान, प्रतिष्ठान, ईंट भट्ठे में जाकर बाल श्रमिकों की जांच करवाई गई है. वहीं घोषणा से एक दिन पहले भी सभी जगहों पर जांच कराई गई कि किसी दुकान में कोई बाल श्रमिक काम तो नहीं कर रहा.
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