Mahashivratri 2024: मंदिर के वरिष्ठ सदस्य राकेश कुमार ने बताया कि बीते 28 वर्षों से पिपराडीह से झांकी निकाली जा रही है. पूर्व में छोटे स्तर पर झांकी निकाली जाती थी. लेकिन धीरे धीरे झांकी को विस्तार किया गया और अब ऐसा माहौल बन गया है कि हर वर्ष पिपराडीह शिवमंदिर से निकलने वाली झांकी अव्वल स्थान रख रहा है.
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Mahashivratri 2024: जमुई के सारे शिव मंदिरों से शिव की बारात को लेकर झांकियां निकाली गई. सभी शिव मंदिरों से भव्य झांकियां ढोल-नगाड़े के साथ निकाली गई. इन सबसे अलग झाझा नगर स्थित नर्मदेश्वर शिव मंदिर, जहां से 11 हजार नारियल से बने शिवलिंग की झाकियां नगर में निकाली गई है. जो विशेष रूप से नगर वासियों के लिए आकर्षण का केंद्र बना. इस दौरान सैकड़ों की संख्या में शिव भक्त हर हर महादेव के जयघोष लगाया.
बता दें कि पिछले 28 वर्षों से नर्मदेश्वर शिव मंदिर से झांकी निकाली जा रही है. लेकिन इस बार की झांकी में 11 हजार नारियल से बने शिवलिंग आकर्षक का केंद्र बना. जिसे देखने के लिए सुबह से ही शिव भक्तों का ताता इस मंदिर में लगा रहा.
मंदिर के वरिष्ठ सदस्य राकेश कुमार ने बताया कि बीते 28 वर्षों से पिपराडीह से झांकी निकाली जा रही है. पूर्व में छोटे स्तर पर झांकी निकाली जाती थी. लेकिन धीरे धीरे झांकी को विस्तार किया गया और अब ऐसा माहौल बन गया है कि हर वर्ष पिपराडीह शिवमंदिर से निकलने वाली झांकी अव्वल स्थान रख रहा है. इस बार 11 हजार नारियल से बनाई गई शिवलिंग लोगों बीच आकर्षण का केंद्र बना.
उन्होंने बताया कि इस तरह की झांकियां को बनाने के लिए झारखंड और बंगाल से भी कारीगरों को बुलाया जाता है. नर्मदेश्वर शिव मंदिर से हर वर्ष अलग-अलग तरह के झांकियां बनाकर नगर में निकल जाती है. नारियल से बने इस शिवलिंग को बनाने में 15 दिन का समय लगा.
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नारयिल से शिवलिंग बनाने वाले आदित्य राज ने बताया कि अपने साथी नीरज, हर्ष के साथ मिलकर इस बार कुछ अलग करने की सोच रखते हुए नारियल से शिवलिंग बनाने का आईडिया कमेटी के बीच में रखा. जिसमें कमेटी के सदस्यों ने भरपूर सहयोग दिया और नारियल का शिवलिंग बनाने पर सहमति दी. इस दौरान सुरक्षा को लेकर जगह-जगह पर पुलिस की तैनाती किया गया था.
रिपोर्ट:अभिषेक निराला