झारखंड के मेन रोड में 10 जून को हुई हिंसा और उपद्रव के बाद से लगातार सुरक्षा व्यवस्था सख्त थी. प्रशासन ने एहतियातन 6 थाना क्षेत्र में धारा 144 बरकरार रखी थी. जिसे सोमवार शाम से हटा लिया गया है.
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रांचीः झारखंड के मेन रोड में 10 जून को हुई हिंसा और उपद्रव के बाद से लगातार सुरक्षा व्यवस्था सख्त थी. प्रशासन ने एहतियातन 6 थाना क्षेत्र में धारा 144 बरकरार रखी थी. जिसे सोमवार शाम से हटा लिया गया है. धीरे-धीरे मेन रोड में जिंदगी सामान्य हो रही है. जिंदगी अब पटरी पर लौटने लगी है. सभी दुकानें खुलने लगी है. बाजार से लेकर सड़क और चौक चौराहे पर रौनक लौटने लगी है. फुटपाथ पर भी दुकानें लगने लगी है. लेकिन कुछ प्रमुख स्थलों पर अब भी सुरक्षा व्यवस्था बरकरार रखा गया है, शांति व्यवस्था कायम रहे इसके लिए मजिस्ट्रेट भी लगाए गए हैं.
बता दें कि मेन रोड में जिंदगी पटरी पर लौट रही है, दुकानें खुल रही, आवाजाही सामान्य है, सुरक्षा व्यवस्था बरकरार है. मेन रोड में मजिस्ट्रेट ड्यूटी में लगाए गए द्विराज मोहन मिंज बताते हैं. अब सभी इलाकों से धारा 144 हटा लिया गया है, पर सुरक्षा व्यवस्था बरकरार रहेगी. पुलिस की ड्यूटी अब भी लगाई गई है.
जिंदगी वापस पटरी पर लौट रही
इकरा मस्जिद के इमाम मौलाना अब्दुल्लाह कासमी ने कहा कि रांची की खूबी है बड़े से बड़े वाकया होने के बावजूद सामाजिक और प्रशासनिक सहयोग से हालत फिर बहुत जल्द पटरी पर लौट आती है. प्रशासन ने 144 भी हटा दिया है. लोग शांति की तरफ बढ़ रहे है. कहीं कोई डर या खौफ नहीं है. लोग आवाजाही कर रहे हैं. मेन रोड में ही दुकान लगाने वाले मो शाहनवाज कहते हैं अच्छा हो गया है अब सब कुछ नॉर्मल हो गया है. अब कहीं कोई डर नहीं है. 144 हटाना बहुत जरूरी था. बाहर से कोई भी कस्टमर नहीं आ रहे थे उनका आना शुरु हो जायेगा. प्रशासन की सुरक्षा से लोगों का डर खत्म हुआ. डेली मार्केट में रोजाना दुकान लगाने वाले दुकानदारों का भी मानना है कि घटना के बाद से दुकानें बंद थी. अब जिंदगी पटरी पर लौट रही है. धीरे- धीरे कस्टमर मार्केट में आने लगेंगे.
144 का हटना बहुत जरूरी था
वहीं मेन रोड स्थित हनुमान मंदिर के पुजारी त्यागी बाबा भी कहते हैं कि जिंदगी को नॉर्मल करना बहुत जरूरी था. आवाजाही नहीं होगी. दुकानें नहीं खुलेगी तो लोगों को तो परेशानी होगी ही है. मेन रोड स्थित हनुमान मंदिर के ही पुजारी सुबोध पाठक कहते हैं 144 हटाना बहुत जरूरी था आम जनता को बाहरी परेशानी हो रही थी. रोज कमाने खाने वाले को भी दिक्कत होती थी. रांची को पटरी पर लाना जरूरी था. मंदिर आने वाले भक्त विक्की दुबे भी कहते हैं भाई चारा बना रहे. सभी लोग मिल जुल कर रहे, इसीमें भलाई है, सबका कल्याण हो. मंदिर के बाहर दुकान लगाने वाले उदय वर्मा दुकानदार भी कहते हैं. कमाने खाने वाले को बहुत दिक्कत हो रही थी बहुत परेशानी थी.
(रिपोर्ट- कुमार चंदन)
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