Bihar Politics: लोकसभा चुनाव समाप्त होने के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पार्टी में कई अहम बदलाव किए हैं. उन्होंने अपने विश्वासपात्र संजय झा को जेडीयू का कार्यकारी अध्यक्ष बना दिया है.
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Bihar Politics: 2025 में होने वाले विधानसभा चुनाव को देखते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अब संगठन को दुरुस्त करने में जुट गए हैं. वह संगठन में कई बड़े बदलाव कर रहे हैं. साथ ही अब उन नेताओं पर भी एक्शन लिया जा रहा है, जिन्होंने लोकसभा चुनाव 2024 में पार्टी से बगावत करने की कोशिश की थी. इसी कड़ी में लखीसराय में तीन नेताओं को जेडीयू से बाहर का रास्ता दिखा दिया गया है. लखीसराय के जेडीयू जिला उपाध्यक्ष कपिलदेव महतो, जिला सचिव प्रशांत कुमार और जेडीयू अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के प्रदेश सचिव जैनुल हक को पार्टी से निष्कासित कर दिया गया है. तीनों नेताओं पर पार्टी से बगावत करने का आरोप है.
बता दें कि लोकसभा चुनाव के बाद पहली बार नगर भवन में जिला जेडीयू की बैठक नवनिर्वाचित जिलाध्यक्ष रामानंद मंडल के नेतृत्व में आयोजित की गई. इस बैठक में जेडीयू के सभी प्रखंड अध्यक्ष, उपाध्यक्ष,एवं जदयू के कई वरिष्ठ नेता और कार्यकर्ता मौजूद रहे. मौके पर जेडीयू जिलाध्यक्ष रामानंद मंडल ने बताया कि बैठक में लोकसभा चुनाव की समीक्षा को लेकर चर्चा की गई है. साथ ही 2025 में होने वाले विधानसभा चुनाव की तैयारी को लेकर भी चर्चा की गई है. साथ ही लोकसभा चुनाव में जिन नेताओं ने पार्टी के खिलाफ कार्य किया उन पर कार्रवाई की गई है.
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लखीसराय के जेडीयू के जिलाध्यक्ष रामानंद मंडल ने जिला उपाध्यक्ष कपिलदेव महतो, जिला सचिव प्रशांत कुमार और जेडीयू अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के प्रदेश सचिव जैनुल हक को पार्टी से निष्कासित किए जाने की जानकारी दी. उन्होंने कहा कि इन तीनों नेताओं ने लोकसभा चुनाव के दौरान पार्टी के खिलाफ कार्य किया था. इस कारण से तीनों नेताओं पर कार्रवाई हुई है. चुनाव के दौरान भी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पार्टी से बगावत करने वाले नेताओं को सचेत किया था और उन पर कड़ा एक्शन लेने की बात कही थी. विधानसभा चुनाव में ऐसी स्थिति फिर ना बने, इसके लिए बागी नेताओं को पार्टी से बाहर किया जा रहा है.
रिपोर्ट- राज किशोर मधुकर