Bihar Flood: बाढ़ पीड़ितों से प्रशासन ने फेरी नजरें! नाव के लिए चंदा इकट्ठा करने को मजबूर गांव वाले
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Bihar Flood: बाढ़ पीड़ितों से प्रशासन ने फेरी नजरें! नाव के लिए चंदा इकट्ठा करने को मजबूर गांव वाले

Bihar Flood: मुजफ्फरपुर के बाद प्रभावित दियारा इलाका के लोग खुद के बनाए हुए नाव पर करते हैं भरोसा. लोगों को सरकार पर नहीं है भरोसा. लोगों ने कहा कि कोई भी सरकारी अधिकारी इधर नहीं आते हैं पूछने. नेपाल से लगातार पानी छोड़े जाने के बाद एक बार फिर मुजफ्फरपुर जिले के पश्चिमी दियारा के लोग नारायणी गंडक के उफान देख कर हो रहे है भयभीत. निकली इलाके में फैलने लगा पानी.

Bihar Flood: बाढ़ पीड़ितों से प्रशासन ने फेरी नजरें! नाव के लिए चंदा इकट्ठा करने को मजबूर गांव वाले

मुजफ्फरपुरः बिहार के मुजफ्फरपुर जिले के कई ऐसे इलाके हैं जो बाढ़ प्रभावित है और नेपाल से आने वाली नारायणी गंडक, बूढ़ी गंडक, बागमती और लखनदेई जैसी नदियां गुजरती है, जो हर साल नेपाल से पानी छोड़े के जाने के कारण आम लोगों के जनजीवन को अस्त व्यस्त करके वापस जाती है. आज हम मुजफ्फरपुर जिले के सोहांसी गांव की बात कर रहे है.

आम जनजीवन अस्त-व्यस्त
हांसी गांव से नारायणी गंडक गुजरती है और लगातार नेपाल से पानी छोड़े जाने के कारण इस इलाके में बसे लोगों के लिए पानी प्रलय बनकर आती है. खेती-बाड़ी से लेकर आम जनजीवन अस्त-व्यस्त कर देती है और इस इलाके के लोगों के लिए बाहर आने के लिए मात्र एक नाव का सहारा होता है, लेकिन लोगों का आरोप है कि उन्हें सरकार की तरफ से किसी भी तरीके का नाव की व्यवस्था नहीं दी जाती है. जिस कारण से लोग गांव के लोग लोगों से चंदा इकट्ठा करके नाव बनाकर गांव से बाहर सड़क की ओर आते जाते हैं.ॉ

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दो नाव बनकर तैयार 
नाव बना रहे लोगों ने स्पष्ट तौर पर कहा कि उन्हें सरकार के तरफ से कोई मदद नहीं मिलती है, ना ही सरकारी अधिकारी उन्हें कभी पूछने आते हैं. इसलिए वे लोग खुद अपने द्वारा बनाए जा रहे नाव से आना-जाना करते हैं. नाव बना रहे लोगों ने कहा कि वह कम से कम इस तरीके का आधा दर्जन नाव को वह तैयार करेंगे और गांव के हर टोला में नाव को रखेंगे, ताकि लोगों को दिक्कत ना हो. फिलहाल दो नाव बनाकर तैयार है.

नवगछिया अनुमंडल में गंगा खतरे के निशान से 90 सेंटीमीटर ऊपर
वहीं भागलपुर में गंगा उफान पर है और गंगा अब सबसे ज्यादा तबाही नवगछिया में मचा रही है. यहां गंगा खतरे के निशान से 90 सेंटीमीटर ऊपर बह रही है. इसके साथ ही गोपालपुर बिंद टोली बांध ध्वस्त होने का असर अनुमंडल के कई गांवों पर पड़ा है. पानी का फैलाव तेजी से हो रहा है. गंगा नदी का जलस्तर हर घंटे 2 सेंटीमीटर बढ़ रहा है.

गोपालपुर के धरहरा में प्रवेश कर चुका पानी
बाढ़ का पानी गोपालपुर के धरहरा में प्रवेश कर चुका है. यहां कई गांव जलमग्न हो गए हैं. इसके साथ ही हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर प्राथमिक स्वास्थ्य उपकेंद्र में पानी प्रवेश कर चुका है. स्वास्थ्यकर्मी घुटने भर पानी मे अस्पताल पहुंचे हैं और यहां काम करने को विवश है. लेकिन जलस्तर और बढेगा तो अस्पताल को भी ऊंचे स्थान पर तत्काल शिफ्ट करना पड़ सकता है. जिस तरह से लगातार जलस्तर बढ़ रहा है. परेशानियों में भी इजाफा होता जा रहा है.

इनपुट - मुजफ्फरपुर से मणितोष कुमार, भागलपुर से अश्वनी कुमार

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