Alcohol Prohibition in Bihar: बी. कार्तिकेय धनजी ने कहा, 'बिहार पुलिस के साथ विभाग ने शराब के व्यापार और खपत पर रोक लगाने के लिए कई उपाय किए हैं. अत्यधिक संवेदनशील क्षेत्रों में गश्त, विशेष रूप से नदियों के किनारे, बहुत चुनौतीपूर्ण है
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पटना: Alcohol Prohibition in Bihar: बिहार में पिछले छह साल से अधिक समय से शराबबंदी लागू है, लेकिन ताजा आंकड़ों के मुताबिक, राज्य के कई जिलों में अभी भी शराब का व्यापार, परिवहन और सेवन जारी है. आंकड़ों के अनुसार, बिहार पुलिस ने इस साल जनवरी से मई तक विभिन्न जिलों से 13.87 लाख लीटर से अधिक अवैध शराब बरामद की है.
36 हजार से अधिक एफआईआर दर्ज
इसमें 8, 15, 113 लीटर भारतीय निर्मित विदेशी शराब (आईएमएफएल) और 5,72,115 लीटर 'देश निर्मित' शराब शामिल है. शराब व्यापार, परिवहन और खपत से संबंधित कुल 36,120 प्राथमिकी दर्ज की गई, 47,249 लोगों को गिरफ्तार किया गया, और शराब की तस्करी के लिए इस्तेमाल किए गए 5,634 वाहन जब्त किए गए.
पटना में सबसे अधिक शराब जब्त
सबसे ज्यादा शराब की जब्ती पटना जिले से 1,36,485 लीटर हुई, इसके बाद वैशाली में 89,944 लीटर, समस्तीपुर में 75,688, सारण में 75,294 और औरंगाबाद जिले में 69,327 लीटर शराब बरामद हुई. इस दौरान सर्वाधिक 4,580 अपराधियों को पटना से, 3,045 मुजफ्फरपुर से, 3,005 सारण से, 2,293 पूर्वी चंपारण से और 1,849 अपराधियों को गोपालगंज जिले से गिरफ्तार किया गया.
सख्ती के बावजूद जारी है कारोबार
आयुक्त, आबकारी और शराब निषेध, बी. कार्तिकेय धनजी ने कहा, 'बिहार पुलिस के साथ विभाग ने शराब के व्यापार और खपत पर रोक लगाने के लिए कई उपाय किए हैं. अत्यधिक संवेदनशील क्षेत्रों में गश्त, विशेष रूप से नदियों के किनारे, बहुत चुनौतीपूर्ण है. हम स्थानीय पुलिस और शराब विरोधी कार्य बल की संयुक्त गश्त के लिए 10 जिलों में मोटरबोट का उपयोग कर रहे हैं. बिहार पुलिस, शराब विरोधी कार्य बल और आबकारी विभाग की संयुक्त टीमों ने कई अस्थायी शराब निर्माण को नष्ट कर दिया है.'
(आईएएनएस)
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