बिहार सरकार एक तरफ भ्रष्टाचार पर जीरो टोलरेंस के दावे करती है और दूसरी तरफ बिहार में आए दिन ऐसे हादसे होते रहते हैं जो निर्माणाधीन पुलों के गिरने की वजह से सरकार के दावे की पोल खोल देते हैं. भागलपुर के अगुवानी पुल पर भी कुछ ऐसा ही हुआ है.
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Bihar bridge collapse Video: बिहार सरकार एक तरफ भ्रष्टाचार पर जीरो टोलरेंस के दावे करती है और दूसरी तरफ बिहार में आए दिन ऐसे हादसे होते रहते हैं जो निर्माणाधीन पुलों के गिरने की वजह से सरकार के दावे की पोल खोल देते हैं. भागलपुर के अगुवानी पुल पर भी कुछ ऐसा ही हुआ है. दरअसल लगभग 1750 करोड़ रुपए की लागत से गंगा नदी पर भागलपुर और खगड़िया को जोड़नेवाले इस पुल का कुछ हिस्सा भर-भराकर गिर गया और गंगा नदी में समा गया.
बता दें कि यह पुल नीतीश कुमार का ड्रीम प्रोजेक्ट है. जिसको सरकार ने खूब प्रचारित और प्रसारित भी किया है. इस पुल के निर्माण में किस तरह की घटिया मेटेरियल का इस्तेमाल किया जा रहा है और इसकी निर्माण के लागत में कितना भ्रष्टाचार है इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि यह पुल एक नहीं कई बार ढह चुका है. बता दें कि इसको लेकर विपक्षियों की तरफ से दावा किया जा रहा है कि इसकी लागत साल 2014 में 600-700 करोड़ थी जो बढ़ते समय के साथ बढ़कर 1700 करोड़ तक पहुंच गी जो केवल और केवल निर्माण में लेट-लतीफी और अफसरों के मनमाने व्यवहार की वजह से हुआ.
आपको बता दें कि पिछले वर्ष अप्रैल के महीने में भी इस पुल का एक सेगमेंट केवल आंधी की वजह से टूट गया था. तब भी यहां हादसे के बाद अफरा-तफरी मच गई थी. अभी जो वीडियो इस पुल के टूटने का सामने आया है वह बहुत खौफनाक है. इसमें साफ दिख रहा है कि कैसे देखते ही देखते पूरा पुल गंगा नदी में समा गया.
इस पुल का हिस्सा दो साल पहले भी ध्वस्त हो चुका है लेकिन निर्माण विभाग को इसको लेकर कोई चिंता ही नहीं रही. बता दें कि इस पुल का चार साल पहले नीतीश कुमार ने शिलान्यास किया था. अब इस पुल के बीच का हिस्सा गंगा नदी के बीचोंबीच ध्वस्त हो गया है. इससे पुल का ऊपरी हिस्सा यानी इसका सुपर स्ट्रक्टर गंगा नदी में समा गया.