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पटना : बिहार विधानसभा का बजट सत्र चल रहा है. विधानसभा में सत्ता पक्ष और विपक्ष एक दूसरे के खिलाफ खुलकर बयानबाजी कर रहे हैं. बिहार सरकार के एक फैसले के खिलाफ भाजपा हमलावर है. दरअसल बिहार सरकार की तरफ से रमजान के महीने में मुस्लिम कर्मचारियों और अधिकारियों को राहत देते हुए एक घंटे पहले दफ्तर आने और एक घंटे पहले वहां से जाने के निर्देश दिए गए हैं. इसी के खिलाफ भाजपा की तरफ से सरकार पर हमला जारी है. भाजपा सरकार से पूछ रही है कि ये सब केवल रमजान के महीने में क्यों नवरात्रि और रामनवमी पर भी सरकार की तरफ से ऐसा फैसला क्यों नहीं लिया जा रहा है.
इसी मुद्दे को लेकर आज विधानसभा में खूब हंगामा हुआ. विधानसभा में विपक्ष के नेता विजय कुमार सिन्हा ने मांग की कि जो फायदा सरकार अल्पसंख्यकों को दे रही है वही व्यवस्था नवरात्र के लिए बहुसंख्यक कर्मचारियों को भी मिले. उनके इतना कहते ही विधानसभा स्पीकर ने विजय सिन्हा को बैठ जाने को कहा. उन्होंने कहा कि बैठ जाइए आपने अपनी बात कह दी. विजय सिन्हा इसके बाद भी बोलते रहे. उन्होंने सरकार पर तुष्टिकरण का आरोप लगाया और कहा कि ऐसा नहीं चलेगा.
उन्होंने इस मामले में सदन में उपस्थित उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव से भी इसपर बोलने की मांग कर डाली. हालांकि इसके बाद स्पीकर ने एक बार फिर कहकर नेता प्रतिपक्ष को बिठा दिया. आपको बता दें कि सदन में विजय सिन्हा ने कहा की उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव,जिनके ऊपर सीबीआई और ईडी के कई मामले हैं. अकूत संपत्ति के मालिक बनने को लेकर सदन के अंदर पूछे गए सवाल का जवाब दें और क्या मामला है स्पष्ट करें. उन्होंने आगे कहा कि पूरे देश में बिहार की छवि धूमिल हो रही है. उपमुख्यमंत्री के ऊपर कई आरोप लगे हैं और मुख्यमंत्री कुर्सी पर बैठे रहने के लिए चोर दरवाजे से उन्हें साथ लेकर सरकार चला रहे हैं.
हालांकि विजय सिन्हा के सवाल का उपमुख्यमंत्री ने कोई जवाब नहीं दिया. इसके बाद स्पीकर की टोका टोकी को लेकर बाहर आकर विजय सिन्हा ने कहा आसन पर बैठे अध्यक्ष की भूमिका पूरे राज्य के लोगों ने देखी, यह दुखद और दुर्भाग्यपूर्ण है. अपराधियों को संरक्षण देने वाला संरक्षित मंत्री इसराइल मंसूरी पर मुख्यमंत्री का कोई जवाब न देना. बिहटा में लड़के का अपहरण करके हत्या कर दिया इस पर भी कोई जवाब न देना.वृष्टि ओला की वजह से किसानों की फसल क्षति हुई लेकिन इस पर भी कोई जवाब नहीं. ऐसे में सदन को विधानसभा अध्यक्ष एकतरफा चला रहे हैं. विधानसभा अध्यक्ष के जरिए विपक्षियों को हतोत्साहित किया जा रहा है यह लोकतंत्र का अपमान है.
उन्होंने कहा कि विपक्ष की आवाज को दबाया जा रहा है. सदन में भ्रष्ट और अपराधियों की सरकार है जो एक अलग वातावरण बना रहा है. हम लोग बिहटा जा रहे हैं पीड़ित परिवार से मिलने जिसका अपहरण कर हत्या कर दी गई है. अध्यक्ष का व्यवहार गलत है और यह आरजेडी के प्रवक्ता की भूमिका में है. सदन में तुष्टीकरण की सीमा पार कर दी गई है रमजान का ख्याल है लेकिन नवरात्र का नहीं.
(रिपोर्ट- रजनीश)
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