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Bihar Weather News: हर साल बिहार में मानसून दो तरह से काल बनकर टूटता है एक तो बाढ़ की विभीषिका बड़ी मात्रा में जानमाल की क्षति का कारण बनती है तो दूसरी तरफ इसी मौसम में खेतों में काम कर रहे किसानों की आकाशीय बिजली या ठनका गिरने से होनेवाली मौत भी एक त्रासदी से कम नहीं होता है. हर साल बड़ी संख्या में बिहार, यूपी और झारखंड में किसानों और आम लोगों की मौत का कारण आकाशीय बिजली या ठनका ही होता है.
बता दें कि यूपी में सभी बहु मंजिला इमारतों एवं लाइफ लाइन बिल्डिंग्स पर तड़ित चालक यंत्र लगाने के निर्देश इसीलिए दिए गए हैं कि आकाशीय बिजली या ठनका से होनेवाली क्षति को रोका जा सके. ऐसे में इस यंत्र के जरिए जो मामूली सा दिखता है ऐसी त्रासदी से बचा जा सकता है और इसके जरिए सैकड़ों जिंदगियों को महफूज किया जा सकता है.
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ऐसे में आपको बता दें कि बिहार जैसे कृषि प्रधान राज्य के लिए यह वरदान से कम नहीं होगा. अगर इसे उपयोग में लाया जाए तो यहां के किसानों और आम लोगों के लिए यह एक वरदान ही होगा और इसके जरिए सैकड़ों जिंदगियों को बचाया जा सकेगा. ये तड़ित चालक तड़ित चालक आकाशीय बिजली या ठनका के प्रभाव को कम कर देगा और इससे होने वाली जनहानि और पशु हानि नहीं होगी.
तड़ित चालक को इंग्लिश में लाइटनिंग रॉड या लाइटनिंग एरेस्टर (Lightning Arrester) कहा जाता है. यह तांबे का बना तीन नुकीले कीलों जैसी आकृति का यंत्र है जो ऊपर सबसे ज्यादा ऊंचाई पर होता है जबकि इसका नीचला हिस्सा जमीन में होता है. बता दें कि यह तड़ित चालक आकाशीय बिजली को समेटकर जमीन में पहुंचा देता है जिससे बिजली गिरने की संभावना बहुत हद तक कम हो जाती है. इसका ऊपरी भाग पतला और नीचे जमीन वाला भाग थोड़ा मोटा होता है.