सीतामढ़ी का दूबे टोला बना बिहार का पहला बाल विवाह से मुक्त गांव, मुखिया को किया गया सम्मानित
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सीतामढ़ी का दूबे टोला बना बिहार का पहला बाल विवाह से मुक्त गांव, मुखिया को किया गया सम्मानित

Bihar News: सीतामढ़ी का दुबे टोला बिहार का पहला बाल विवाह मुक्त गांव बन गया है. इसके लिए बथुआरा पंचायत के मुखिया को सम्मानित किया गया है.

सीतामढ़ी का दूबे टोला बना बिहार का पहला बाल विवाह से मुक्त गांव, मुखिया को किया गया सम्मानित

बिहार:Bihar News: राज्य सरकार के द्वारा बाल विवाह जैसी कुरीतियों के अंत हेतु किए जा रहे सार्थक प्रयास को जिला प्रशासन सीतामढ़ी, सीतामढ़ी पुलिस एवं नोबेल शांति पुरस्कार से सम्मानित कैलाश सत्यार्थी द्वारा स्थापित संगठन बचपन बचाओ आंदोलन के सहयोग से  जिला के परिहार प्रखंड अंतर्गत बथुआरा पंचायत के महादलित बस्ती दुबे टोल गांव को बाल विवाह मुक्त बनाने पर ग्राम पंचायत राज बथुआरा के  मुखिया धनेश्वर पासवान को महिला एवं बाल विकास निगम , समाज कल्याण विभाग बिहार के द्वारा राष्ट्रीय बालिका दिवस के अवसर पर पटना में निगम सभागार में आयोजित सम्मान समारोह में सम्मानित किया गया है. समाज कल्याण विभाग ,बिहार के सचिव प्रेम सिंह मीणा (भा . प्र. से.), महिला एवं बाल विकास निगम, बिहार की प्रबंध निदेशक वंदना प्रयेषी  (भा . प्र. से.), महिला एवं बाल विकास निगम की कार्यपालक निदेशक अलंकृता पाण्डेय (भा . प्र. से.) ने संयुक्त रूप से प्रतीक चिन्ह एवं शॉल भेंट कर बथुआरा पंचायत के मुखिया धनेश्वर पासवान को सम्मानित किया.

मुखिया धनेश्वर पासवान ने महादलित बस्ती दुबे टोल गांव के सभी ग्रामीणों को यह सम्मान समर्पित करते हुए कहा कि बाल विवाह मुक्त गांव बनाने में जिला प्रशासन,बचपन बचाओ आंदोलन एवं सीतामढ़ी पुलिस का सहयोग अति महत्वपूर्ण रहा संयुक्त प्रयास से यह सफलता मिली हैं. पुरस्कार मिलने से हमारा दायित्व बढ़ा है. हम अपने पंचायत के सभी गांव को बाल विवाह मुक्त गांव बनाने की दिशा में वार्ड स्तरीय बाल संरक्षण समिति के साथ बचपन बचाओ आंदोलन के सहयोग से प्रयास कर रहे हैं ताकि बिहार के सीएम श्री नीतीश कुमार एवं नोबेल शांति पुरस्कार से सम्मानित कैलाश सत्यार्थी जी के द्वारा की गई परिकल्पना जमीनी स्तर पर साकार हो सके और बाल विवाह की कुप्रथा पर पूर्ण रूप से अंकुश लग सकें

इस संदर्भ में बचपन बचाओ आंदोलन के राज्य संयोजक मुख्तारुल हक ने बताया कि बाल विवाह जैसी कुरीतियों के अंत के लिए दूबे टोल गांव में बचपन बचाओ आंदोलन , ग्राम पंचायत, बाल संरक्षण समिति ने तीन वर्षों तक अथक प्रयास कर इतिहास गढ़ा गया है. जिससे सभी ग्रामीण खुद बाल विवाह मुक्त गांव बनाने के लिए आगे आए  बथुआरा पंचायत के मुखिया धनेश्वर पासवान ने नोबेल शांति पुरस्कार से सम्मानित कैलाश सत्यार्थी के जन्मदिन सुरक्षित बचपन दिवस पर दूबे टोल गांव को बाल विवाह मुक्त गांव घोषित किया हैं. समारोह में बचपन बचाओ आंदोलन, बिहार के राज्य समन्वयक अरिजीत अधिकारी , सहायक प्रोजेक्ट अधिकारी मुकुंद कुमार चौधरी, दूबे टोल के बाल संरक्षण समिति के सदस्य चंदन मांझी सहित कई जिला के अधिकारी शामिल थे.

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