नीतीश कुमार के इस ड्रीम प्रोजेक्ट को जानकार हो जाएंगे हैरान, ये है 'टॉपर्स की फैक्ट्री'
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नीतीश कुमार के इस ड्रीम प्रोजेक्ट को जानकार हो जाएंगे हैरान, ये है 'टॉपर्स की फैक्ट्री'

सिमुलतला आवासीय विद्यालय के छात्रों को पढ़ाने वाले शिक्षकों को बिहार सरकार की तरफ से नौकरी प्राप्त नहीं है ऐसे में वह मानदेय पर छात्रों को पढ़ाते हैं. स्कूल का संचालन सिमुलतला एजुकेश सोसायटी के तत्वावधान में होता है. यहां प्रिंसिपल हों या शिक्षक सभी की नियुक्ति मानदेय पर ही होती है. 

(फाइल फोटो)

पटना : Nitish Kumar Dream Project: बिहार में एक तरफ 10वीं और 12वीं के रिजल्ट बिहार बोर्ड (BSEB) के द्वारा जारी होना है. इसके लिए सभी तैयारी कर ली गई है. जल्द ही बिहार बोर्ड की तरफ से रिजल्ट की घोषणा कर दी जाएगी. ऐसे में हम आपको नीतीश कुमार के ऐसे ड्रीम प्रोजेक्ट्स के बारे में बताने जा रहे हैं जिसे लोग 'टॉपर्स की फैक्ट्री' के नाम से जानते हैं. 

नेतरहाट की तरह ही इस विद्यालय को बिहार में माना जाता है नंबर वन  
दरअसल बिहार और झारखंड का जब बंटवारा नहीं हुआ था तो नेतरहाट आवासीय विद्यालय बिहार की शान हुआ करता था. इस विद्यालय में पढ़ने की चाह बिहार के सभी छात्र रखते थे. इसके लिए आज भी परीक्षा का आयोजन किया जाता है जिसके जरिए छात्रों को यहां दाखिला मिलता है, लेकिन बिहार से झारखंड के अलग होने के बाद यह स्कूल झारखंड में चला गया. ऐसे में बिहार सरकार की पहल पर सिमुलतला आवासीय विद्यालय का गठन हुआ. आपको बता दें कि घने जंगलों और पहाड़ियों के बीच जमुई जिले में स्थित यह विद्यालय नीतीश कुमार का ड्रीम प्रोजेक्ट माना जाता रहा है.  

बिहार बोर्ड के टॉपर्स की फैक्टरी है यह विद्यालय
झारखंड के अलग होने के बाद 2010 में 9 अगस्त को नीतीश कुमार ने इस विद्यालय की स्थापना की. बिहार बोर्ड में तब से ही इस विद्यालय के छात्रों का दबदबा बरकरार रहा है. साल 2015 में तो इस स्कूल ने इतिहास ही रच दिया था. बिहार बोर्ड की परीक्षा में टॉप 10 में जो 31 छात्र थे उनमें से 30 छात्र इसी स्कूल के थे. पिछले साल सिमुलतला के छात्रों को बोर्ड परीक्षा के टॉप 5 में जगह नहीं मिल पाई थी. 

नामांकन के लिए प्रक्रिया आसान नहीं 
बता दें कि इस विद्यालय में नामांकन के लिए प्रक्रिया आसान नहीं है. यहां कक्षा 6 में नामांकन होता है. इसके लिए राज्य स्तर पर जांच परीक्षा का आयोजन होता है. इस परीक्षा को भी BSEB की तरफ से ही आयोजित की जाती है. यहां पूरे प्रदेश से चुने गए 60 छात्रों का नामांकन होता है. यहां कक्षा 12 तक सभी विषयों की पढ़ाई होती है. विशेष यह है कि यहां पढ़ाई अंग्रेजी माध्यम से होती है. यहां केवल बिहार बोर्ड के टेक्स्ट बुक को ही नहीं, एनसीईआरटी(NCERT) की किताबों को भी सिलेबस के लिए तैयार कराया जाता है.  

बता दें कि यहां सिमुलतला आवासीय विद्यालय के छात्रों को पढ़ाने वाले शिक्षकों को बिहार सरकार की तरफ से नौकरी प्राप्त नहीं है ऐसे में वह मानदेय पर छात्रों को पढ़ाते हैं. स्कूल का संचालन सिमुलतला एजुकेश सोसायटी के तत्वावधान में होता है. यहां प्रिंसिपल हों या शिक्षक सभी की नियुक्ति मानदेय पर ही होती है. 

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