Land for Job Scam: आखिर कैसे रचा गया घोटाले का खेल, जानिए लालू परिवार के इसमें फंसने की पूरी कहानी
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Land for Job Scam: आखिर कैसे रचा गया घोटाले का खेल, जानिए लालू परिवार के इसमें फंसने की पूरी कहानी

  Land for Job Scam: लालू यादव का पूरा परिवार जिस जमीन के बदले नौकरी मामले में पूरी तरह से उलझा हुआ है उसकी कहानी की शुरुआत आज नहीं बल्कि 19 साल पहले हुई थी.

(फाइल फोटो)

पटना:  Land for Job Scam: लालू यादव का पूरा परिवार जिस जमीन के बदले नौकरी मामले में पूरी तरह से उलझा हुआ है उसकी कहानी की शुरुआत आज नहीं बल्कि 19 साल पहले हुई थी. जब लालू यादव यूपीए सरकार के कार्यकाल में रेल मंत्री थे.  2004 में लालू यादव रेल मंत्री बने और 2005 में IRCTC के दो होटलों को किराए पर चलाने का फैसला लिया जाता है. इनमें से एक होट झारखंड में और एक ओडिशा में था. इन दोनों होटल को किराए पर दिया गया तो उसी के कुछ दिन बाद पटना में एक जमीन की बिक्री हुई. जमीन सुजाता होटल्स की थी और दानापुर के सगुना मोड़ पर इसका पूरा तीन एकड़ जमीन बेचा गया. 

सुजाता होटल्स के इस तीन एकड़ जमीन को डिलाइट मार्केटिंग नाम की एक कंपनी ने खरीदा. यह कंपनी लालू यादव के सबसे करीबी और राज्यसभा सांसद प्रेम चंद गुप्ता की थी और उसने इस बेशकीमती जमीन को सिर्फ 1.47 करोड़ रुपए में खरीदा था. तब भी आवाज उठी की कैसे इतनी बड़ी कंपनी सुजाता होटल्स की जमीन को एक छोटी सी कंपनी ने खरीद लिया. 

इसके कुछ साल बाद डिलाइट मार्केटिंग कंपनी जिसने सुजाता होटल्स से बेशकीमती जमीन को खरीद था खुद को ही बेच लिया, डिलाइट के सारे शेयर बिक गए. जिसे लारा प्रोजेक्ट्स नाम की कंपनी ने खरीदा. इस कंपनी का मालिकाना हक राबड़ी देवी और तेजस्वी यादव के पास था. डिलाइट ने अपने सारे शेयर सिर्फ 64 लाख में बेचे थे. अब लारा डिलाइट के 3 एकड़ जमीन की भी मालिक बन गई. इस जमीन पर कंपनी के द्वारा मॉल बनाने का फैसला लिया गया. जिसके निर्माण पर फिलहाल पटना हाईकोर्ट ने रोक लगा रखी है. 

इसी बीच 2006 में झारखंड और ओडिशा में जो IRCTC का होटल था उसको किराए पर लगाने के लिए ठेका निकाला गया. फिर इसके कुछ दिनों के बाद ही ठेके की शर्तों में बदलाव कर दिया गया. इसके बाद यह ठेका सुजाता होटल्स को मिला जिससे डिलाइट कंपनी के रास्ते होते हुए लारा तक 3 एकड़ जमीन पहुंची थी. फिर क्या था 2006 में ही एक महीने के भीतर दिसंबर में इन दोनों IRCTC के होटलों का लीज सुजाता को मिल गया. 

सुशील मोदी ने इस मामले पर लालू परविरा पर निशाना साधते हुए कहा था कि सुजाता होटल्स से सस्ते में जमीन इसलिए लिया गया ताकि उसे IRCTC के होटल की लीज का फायदा पहुंचाया जा सके. हालांकि इसे सीधे तौर पर नहीं लेकर कंपनी से कंपनी के जरिए ट्रांसफर किया गया.   

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