Patna News: राजधानी पटना के कन्हैया कुमार जिन्हें लोग इंजीनियर कुल्हड़ वाला के नाम से जानते हैं, आजकल ये काफी सुर्खियों में बने हुए हैं. इन्होंने गांव में शुरू किए स्टार्टअप से असहाय, वृद्ध और लाचार महिलाओं को रोजगार दिया है.
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Engineer Kulhad Wala: पटना: आपने ग्रेजुएट चाय वाली, IIM सब्जीवाला, MBA चायवाला ऐसे कई लोगों के बारे में सुना और अपने शहरों में ऐसे लोगों को देखा होगा, जो आजकल सोशल मीडिया पर काफी फेमस हैं, जिन्होंने बड़े शहरों में स्टार्टअप शुरू कर लोगों को रोजगार दिया है, लेकिन क्या आपने इंजीनियर कुल्हड़ वाला के बारे में सुना है, जिन्होंने अपने गांव में असहाय, वृद्ध और लाचार महिलाओं को रोजगार दिया है, नहीं न? चलिए हम आपको इंजीनियर कुल्हड़ वाला के बारे में बताते हैं, जो पटना के बाढ़ के नदावां गांव के रहने वाले कन्हैया कुमार हैं, ये आजकल काफी सुर्खियों में बने हुए हैं. इंजीनियर कुल्हड़ वाला यानी कन्हैया कुमार के स्टार्टअप की कहानी कोरोना काल में प्रवासी मजदूरों की पीड़ा से जुड़ी है. इंजीनियर कुल्हड़ वाला ने पंजाब के एक प्रतिष्ठित कॉलेज से इंजीनियरिंग के बाद, तीन साल तक गुड़गांव में ऑटोमोबाइल सेक्टर में इंजीनियर रहे.
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प्रवासी मजदूरों से मिली स्टार्टअप शुरू करने की प्रेरणा
कोरोना काल में प्रवासी मजदूरों के पलायन ने कन्हैया कुमार को अपने गांव में ही स्टार्टअप शुरू करने की प्रेरणा दी, उन्होंने एक ऐसा स्टार्टअप शुरू किया, जिससे गांव की महिलाओं को घर के आस पास ही रोजगार मिल सके. तभी से इंजीनियर कुल्हड़ वाला के स्टार्टअप ने जोर पकड़ा और आज आसपास के कई गांव की असहाय, वृद्ध और विधवा महिलाएं इससे जुड़ गई है.
राज्य में मिट्टी के डिजाइनर बर्तनों की डिमांड
देखते ही देखते मिट्टी के डिजाइनर कुल्हड़, मिट्टी के तवे और डिजाइनर बर्तन की डिमांड बिहार के कई जिलों से आने लगी. अब उनके मिट्टी के डिजाइनर प्रोडक्ट की सप्लाई नेपाल तक होती है. कन्हैया कुमार बताते हैं कि वे पूरे देश में मिट्टी के डिजाइनर कुल्हड़ और बर्तन की सप्लाई करना चाहते हैं.
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इको फ्रेंडली स्टार्टअप
यह स्टार्टअप इको फ्रेंडली होने के साथ ही सेहत के लिए भी फायदेमंद है. यह स्टार्टअप ग्रामीण महिलाओं को घर पर ही रोजगार उपलब्ध कराता है. अगर महिलाएं आर्थिक रूप से मजबूत होगी, तभी उनके घरेलू शोषण पर रोक लग सकती है. अब देखना है कि गांव में ही रोजगार देकर लाचार महिलाओं की मदद करने वाले इंजीनियर कुल्हड़ वाले जैसे स्टार्टअप को बढ़ाने के लिए सरकार कितना ध्यान देती है.
इनपुट - चंदन राय