Sahjan Leaf Benefits : मोरिंगा की पत्तियां विटामिन, एंटीऑक्सीडेंट और खनिजों से भरपूर होती हैं. इनमें विटामिन ए, बी1, बी2, बी6, सी और फोलेट के साथ-साथ मैग्नीशियम, कैल्शियम, जिंक, आयरन और फॉस्फोरस भी होते हैं. इन विटामिनों और खनिजों के कई स्वास्थ्य लाभ हैं, जिनके बारे में इस लेख में बताया गया है.
सहजन या मोरिंगा ओलिफेरा का पेड़ बहुत फायदेमंद होता है. इसके फूल, फलियां और पत्तियां सभी उपयोगी हैं. पारंपरिक दवाओं में सहजन का खास महत्व है. इसकी फलियां और पत्तियां कई बीमारियों के इलाज में लाभदायक होती हैं.
सहजन की फलियां और पत्तियां अक्सर दक्षिण भारतीय रसोई में मिलती हैं. इसकी फलियों का उपयोग दाल, सांबर और सहजन की सब्जी बनाने में किया जाता है.
डॉ. वीके मोंगा के अनुसार मोरिंगा की पत्तियां विटामिन, एंटीऑक्सीडेंट और खनिजों से भरपूर होती हैं. इनमें विटामिन ए, बी1, बी2, बी6, सी और फोलेट होता है. इसके अलावा, इनमें मैग्नीशियम, कैल्शियम, जिंक, आयरन और फॉस्फोरस भी होते हैं। इन सभी विटामिनों और खनिजों के कई स्वास्थ्य लाभ हैं, जिनके बारे में लेख में बताया गया है.
कई लोगों चाहते है कि उनका वजन ना बढ़े तो सहजन का काढ़ा पीना शुरू कर दें. इससे चर्बी कम होने लगती है. सहजन का काढ़ा हड्डियों को भी मजबूत बनाता है. इसकी पत्तियों में कैल्शियम और फॉस्फोरस होता है, जो ऑस्टियोपोरोसिस की समस्या से छुटकारा दिलाता है.
सहजन मधुमेह के मरीजों के लिए फायदेमंद है. इसमें एंटी-डायबिटिक गुण होते हैं, जो शरीर में बढ़े हुए शुगर लेवल को नियंत्रित करते हैं. डायबिटीज के मरीज इसकी पत्तियों को सलाद के रूप में खा सकते हैं. इसके अलावा एनीमिया से पीड़ित लोगों को इसकी सब्जी जरूर खानी चाहिए, क्योंकि यह खून की कमी को पूरा करती है.
सहजन का उपयोग करने से आपका इम्यून सिस्टम मजबूत होता है. अगर किसी की रोग प्रतिरोधक क्षमता कमजोर हो रही है, तो उसे सहजन की फली का सेवन करना चाहिए. इससे व्यक्ति को पर्याप्त मात्रा में न्यूट्रिएंट्स मिलेंगे, जो शरीर की इम्यूनिटी को मजबूत करने में मदद करेंगे.
यदि आपको मस्तिष्क से संबंधित कोई समस्या है, तो सहजन का सेवन करने से आपका दिमाग तंदुरुस्त रहेगा और याददाश्त में भी सुधार हो सकता है. आप सहजन की सब्जी बनाकर खा सकते हैं या फिर इसका सूप भी पी सकते हैं. सहजन के सेवन से शारीरिक कमजोरी भी दूर होती है और खतरनाक संक्रमण से भी बचा जा सकता है.
सहजन सब्जी से पेट में दर्द, अल्सर और अन्य पेट संबंधित समस्याओं को भी दूर किया जा सकता है. यह सब्जी लीवर और किडनी को डिटॉक्सीफाई करने, तनाव और चिंता को कम करने, थायराइड फंक्शन को सुधारने और मां का दूध बढ़ाने में मदद करती है.
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