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पटना:Phulwari Sharif Terror Conspiracy: राजधानी पटना के फुलवारी शरीफ से गिरफ्तार हुए दो आतंकियों के मामले में हर रोज नए-नए खुलासे हो रहे हैं. आतंकियों को द्वारा किए गए खुलासे ने पुलिस के साथ-साथ खुफिया एजेंसियों के भी होश फाख्ता कर दिए हैं. क्योंकि एक तरफ मिशन 2047 के तहत भारत को इस्लामिक राष्ट्र में तब्दील करने की साजिश थी तो दूसरी तरफ डायरेक्ट जिहाद 2023 की साजिश का खुलासा हुआ है. फुलवारी शरीफ आतंकी मामले के तार बांग्लादेश और पाकिस्तान तक जुड़े हुए हैं.
26 लोगों के खिलाफ F.I.R
देश को तोड़ने की साजिश का खुलासा तब हुई जब देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक दिवसीय पटना दौरे पर आने वाले होते थे. प्रधानमंत्री के दौरे को लेकर खुफिया एजेंसियों से लेकर पटना पुलिस तक हाई अलर्ट पर थे. पीएम के पटना आने से एक दिन पहले यानी 11 जुलाई को पुलिस को जो सूचना मिलती है वो बेहद चौंकाने वाली होती है. सूचना मिलने के बाद फुलवारी शरीफ के एएसपी मनीष सिन्हा ने फौरन एक टीम गठित की और जलालुद्दीन और अतहर प्रवेश के ठिकानों पर छापेमारी की. पूरे मामले की जब छानबीन हुई तो पता चला कि मार्शल आर्ट और पार्टी चलाने के नाम पर ये लोग देश को साल 2047 में इस्लामिक कंट्री बनाने की साजिश की मुख्य कड़ी हैं. दोनों की गिरफ्तारी के दिन बाद पुलिस अरमान मलिक की गिरफ्तार करती है. इस मामले में कुल 26 लोगों के खिलाफ पीएफआई के तहत साजिश रचने के आरोप में एफआईआर किया जाता है.
पाकिस्तान से जुड़े तार
जांच के दौरान पुलिस को एक संदिग्ध फोन नंबर मिलता है. ये फोन नंबर महबूब अहमद दानिश का है. पटना एसएसपी और एसपी के अनुसार मरगूब अहमद दानिश के पास से जो डाक्यूमेंट्स मिले हैं उसके तार सीधे तौर पर बांग्लादेश और पाकिस्तान से जुड़े हुए हैं. हालांकी इस मामले में दानिश के पिता का कहना है कि दानिश मानसिक तौर पर बीमार है और जब उसके पास पासपोर्ट है ही नहीं तो वह फिर दुबई कैसे गया. इसके अलावा उन्होंने अपने बेटे की बीमारी को लेकर डॉक्टर की प्रिसक्रिप्शन भी दिखाई और कहा कि उनके बेटे को बेवजह फंसा दिया गया है.बता दें कि इस मामले में नामजद कुल 26 आरोपियों में चार की गिरफ्तारी हो चुकी है. चौथा शख्स आतंकियों को कानूनी तौर पर मदद किया करता है.
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इस मामले में जी बिहार झारखंड की एक-एक खबर पर मोहर लगी है हमने पहले दिन बताया था कि यह घटनाक्रम साधारण नहीं है इसके तार बांग्लादेश और पाकिस्तान से भी जुड़े हुए हैं. हालांकि पुलिस इस बात को सिरे से नकार दे रहे हैं कि आतंकियों ने प्रधानमंत्री के दौरे को लेकर साजिश रची थी. लेकिन जिस तरह से फुलवारी शरीफ स्टेशन जहां से एयरपोर्ट चंद कदमों की दूरी पर है, वहां से कॉपर के तार क्यों बरामद हुए और इसे किस उद्देश्य से वहां रखा गया था यह भी जांच का विषय है.