बिहार बोर्ड की इंटरमीडिएट परीक्षा बुधवार से शुरू हो गई है. परीक्षा के पहले ही दिन प्रश्नपत्र के लीक होने का मामला गहराया लेकिन बाद में खुलासा हुआ की सारी खबर फर्जी थी और प्रशनपत्र लीक नहीं हुए थे.
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बिहार शरीफ: बिहार बोर्ड की इंटरमीडिएट परीक्षा बुधवार से शुरू हो गई है. परीक्षा के पहले ही दिन प्रश्नपत्र के लीक होने का मामला गहराया लेकिन बाद में खुलासा हुआ की सारी खबर फर्जी थी और प्रशनपत्र लीक नहीं हुए थे. हालांकि पहले दिन की परीक्षा के दौरान बिहार शरीफ में एक ऐसा वाकया हुआ जिसे सुनकर सभी के होश फाख्ता हो गए. दरअसल यह चौंकाने वाली खबर जिसने भी सुनी उसे इस पर भरोसा ही नहीं हो रहा था.
बिहार में इंटरमीडिएट की परीक्षा के पहले दिन बुधवार को एक सेंटर पर एक परीक्षार्थी बेहोश हो गया और उसे अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा. दरअसल उस परीक्षार्थी के बेहोश होने की जो वजह लथी वह बड़ी चौंकाने वाली थी. वह छात्र मनीष शंकर जब परीक्षा देने अपने परीक्षा केंद्र पर पहुंचा तो उसने पाया कि वह वहां 499 छात्राओं के बीच अकेला लड़का है जिसे यह परीक्षा केंद्र अलोट हुआ है.
बिहार शरीफ का ब्रिलिएंट कान्वेंट स्कूल परीक्षा केंद्र सिर्फ छात्राओं के लिए निर्धारित था. मनीष शंकर को भी इसी परीक्षा केंद्र पर परीक्षा देनी थी. उसके एडमिट कार्ड पर भी यही सेंटर अंकित था. मनीष शंकर किसी तरह परीक्षा केंद्र के अंदर प्रवेश तो कर गया लेकिन इतनी लड़कियों के बीच खुद को अकेला पाकर असहज हो गया और उसकी तबीयत बिगड़ने लगी. इसके बाद वह बेहोश होकर गिर गया.
बता दें कि इतनी लड़कियों के बीच खुद को देखकर मनीष शंकर असहज था. जब उसके सामने पहली पाली में गणित का प्रश्नपत्र रखा गया तो उसकी हालत और खराब हो गई और वह बेहोश हो गया. विद्यालय प्रशासन की तरफ से उसे फौरन सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उसकी हालत स्थिर है.
बिहारशरीफ के अल्लामा इकबाल कॉलेज की छात्राओं के लिए या सेंटर बोर्ड की तरफ से बनाया गया है. मनीष शंकर विज्ञान विषय से इंटरमीडिएट की परीक्षा देने पहुंचा था. इसमें अतिरिक्त विषय के तौर पर गणित था. इसी की परीक्षा के लिए वह सेंटर पर पहुंचा था. परीक्षा केंद्र पर उसके प्रवेश पत्र की जांच कई बार करने के बाद उसे प्रवेश तो दे दिया गया लेकिन अंदर लड़कियों की भीड़ देखकर वह असहज हो गया. मनीष शंकर ने कहा कि वह अब अगले साल इंटर की परीक्षा देगा. वहीं जिला शिक्षा पदाधिकारी की मानें तो छात्र ने ऑनलाइन फॉर्म भरने में कोई गलती की होगी जिसकी वजह से उसका सेंटर अलॉट हो गया होगा.