Diwali 2024: दीवाली के दिन सबसे पहले अपने कुल देवता की पूजा करें. इसके बाद माता लक्ष्मी और गणेश जी की पूजा कर उन्हें प्रसाद चढ़ाएं. पूजा के अंत में एक दीपक जलाकर पूजा स्थल पर रखें.
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Diwali 2024: दीवाली का पर्व हर साल कार्तिक माह की अमावस्या तिथि को मनाया जाता है. यह त्योहार पांच दिनों तक चलता है और इस साल दीवाली 31 अक्टूबर 2024 को है. दीवाली का दिन विशेष पूजा-अर्चना और सजावट का होता है, जहां लोग अपने घरों को दीयों, रंग-बिरंगी लाइटों और अन्य सजावट से सजाते हैं. इस दिन भगवान गणेश और धन के देवता कुबेर के साथ मां लक्ष्मी की पूजा की जाती है. मान्यता है कि इस दिन पूजा और दान-पुण्य करने से भगवान और माता लक्ष्मी का आशीर्वाद मिलता है, जिससे घर में सुख-समृद्धि बनी रहती है.
ज्योतिषाचार्य बृजेश मिश्रा अनुसार, दीवाली के दीप जलाने का सही तरीका और दिशा का महत्व होता है. सबसे पहले कुल देवता और माता लक्ष्मी का पूजन करें. इसके बाद सरसों के तेल या शुद्ध घी का दीपक जलाएं. पूजा के स्थान पर एक दीपक रखें, इससे घर में खुशहाली और मां लक्ष्मी की कृपा बनी रहती है. साथ ही दीप जलाने का सही समय सूर्यास्त के बाद या प्रदोष काल में माना गया है. इसी समय पर पूजा करने से मां लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं और कुबेर देवता का आशीर्वाद मिलता है. मिट्टी के दीयों का उपयोग करें, क्योंकि ये प्राकृतिक और शुभ माने जाते हैं. धातु के दीयों का उपयोग वास्तु के अनुसार अनुकूल नहीं होता है.
ज्योतिषाचार्य बृजेश मिश्रा ने बताया कि दीयों की दिशा का ध्यान भी वास्तु के अनुसार करना चाहिए. मुख्य दरवाजे के दोनों ओर स्वास्तिक बनाकर उसके ऊपर दीपक जलाएं, इससे घर में शांति और सुख-समृद्धि आती है. पूर्व दिशा में दीपक जलाने से घर के सदस्यों का स्वास्थ्य अच्छा रहता है और धन की बरकत बनी रहती है. उत्तर दिशा में दीपक जलाने से सुख-शांति और समृद्धि बढ़ती है. साथ ही दक्षिण दिशा में दीपक जलाने से घर में समस्याएं और रोग बढ़ सकते हैं, इसलिए इस दिशा में दीपक जलाने से बचें. वास्तु के अनुसार दीयों की सही दिशा और दीपक जलाने का सही तरीका अपनाने से मां लक्ष्मी का विशेष आशीर्वाद मिलता है और घर में खुशियों का माहौल बना रहता है.
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