Bihar News : राखी बांधने के लिए सुबह 01:30 से रात 09:07 तक का समय मुहूर्त है, जब बहनें अपने भाइयों को राखी बांध सकती हैं. भद्रा काल में राखी बांधना वर्जित है, क्योंकि इस समय में मांगलिक कार्य करना नहीं उचित है.
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Raksha Bandhan 2024 Date: रक्षाबंधन हिन्दू धर्म का एक खास पर्व है जो भाई-बहन के प्रेम और सजीव बंधन को मनाने का एक अवसर प्रदान करता है. इसे सावन पूर्णिमा के दिन मनाया जाता है, जो इस साल 19 अगस्त 2024 को है. पर्व का महत्व है क्योंकि इस दिन बहनें अपने भाइयों को राखी बांधकर उनकी रक्षा करने की कामना करती हैं, जिससे उनके जीवन में सुख-शांति बनी रहे.
पर्व का इतिहास विभिन्न कथाओं से जुड़ा हुआ है. एक कथा के अनुसार इंद्राणी ने अपने पति इंद्र की सहायता के लिए रक्षा सूत्र बांधा था, जिससे देवताओं को विजय प्राप्त हुई थी. दूसरी कथा के अनुसार भगवान कृष्ण ने द्रौपदी की रक्षा के लिए अपनी तर्जनी की रक्षा की थी जब उसकी साड़ी का पल्लू फट गया था. बता दें कि राखी बांधने के लिए सुबह 01:30 से रात 09:07 तक का समय मुहूर्त है, जब बहनें अपने भाइयों को राखी बांध सकती हैं. भद्रा काल में राखी बांधना वर्जित है, क्योंकि इस समय में मांगलिक कार्य करना नहीं उचित है. भाई को तिलक लगाकर राखी बांधने के बाद आरती उतारी जाती है और फिर भाई को मिठाई खिलाई जाती है.
रक्षाबंधन का महत्व भाई-बहन के प्रेम और समर्पण को प्रकट करने का है. इस दिन भाई अपनी बहन को उपहार देता है और बहन भी अपने भाई के लिए प्रार्थनाएं करती है. यह पर्व न केवल रिश्तों को मजबूती प्रदान करता है बल्कि परिवार के आपसी संबंधों में भी एकता और समर्थन बढ़ाता है. रक्षाबंधन एक प्यार भरा त्योहार है, जिसमें भाई-बहन का साथ और समर्थन एक दूसरे के जीवन में सुख-शांति लाता है. इस दिन को धूप, दीप, रंग-बिरंगी राखियों और मिठाइयों से सजाकर मनाना एक खास अनुभव होता है.
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