Bettiah Hooch Tragedy: लौरिया में संदिग्ध हालात में 6 लोगों की मौत के मामले में प्रशासन की अपनी टीमों में ही मतभेद है. प्रभारी डॉक्टर जहां जहरीली शराब से मौत की पुष्टि कर रहे हैं, प्रशासन के बड़े अधिकारी इससे किनारा करते दिख रहे हैं.
Trending Photos
Bihar Politics: बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव मंगलवार को सासाराम में कार्यकर्ताओं संवाद करने पहुंचे थे. वहां उन्होंने बेतिया के लौरिया में 6 लोगों की संदिग्ध हालात में मौत पर कहा, जिस तरह से शराब से लगातार मौतें हो रही हैं और उसे छुपाने का काम किया जा रहा है. पूरे बिहार में कागजों पर पूर्ण शराबबंदी लागू है. अगर बिहार में शराबबंदी है तो फिर शराब इतनी आसानी से कैसे उपलब्ध हो रही है और ये कौन लोग हैं, जो शराब उपलब्ध करा रहे हैं? तेजस्वी यादव ने आरोप लगाया कि यह सब सरकार ने फिक्स कर दिया है. पूरी तरह से भ्रष्टाचार है.
READ ALSO: पप्पू यादव ने कांग्रेस को दे दी ऐसी नसीहत कि लालू परिवार हो जाएगा लाल-पीला
बता दें कि बेतिया जिले के लौरिया थाने के मठिया गांव में 36 घंटे के भीतर 5 लोगों की संदिग्ध हालात में मौत की खबर आई थी. बाद में एक और व्यक्ति की मौत हो गई थी. परिजनों का आरोप था कि इन मौतों का कारण जहरीली शराब और नशे का सेवन हो सकता है. मेडिकल टीम और स्थानीय डॉक्टर, मूर्तजा अंसारी ने भी इस बात की पुष्टि की है. मृतक प्रदीप के बड़े भाई ने बताया कि उनके भाई ने गांव में शराब पी थी, जिसके बाद उसकी मौत हो गई.
संदिग्ध हालात में मौत की सूचना के बाद मेडिकल टीम ने घटनास्थल पर पहुंचकर शवों का पोस्टमॉर्टम करवाने के बाद जांच शुरू कर दी. परिजनों ने शवों का दाह संस्कार कर दिया है और अब मेडिकल टीम जांच रिपोर्ट तैयार कर रही है.
READ ALSO: बेतिया पुलिस की हिरासत में युवक की संदिग्ध हालात में मौत, शराब के नशे में था मृतक
अगर इन युवाओं की मौत जहरीली शराब पीने से हुई है तो बड़ा सवाल यह है कि आखिर बिहार में पूर्ण शराबबंदी लागू होने के बाद भी इनको शराब कहां से उपलब्ध कराई जा रही है. बता दें कि लौरिया में 2021 में जहरीली शराब पीने से 16 लोगों की मौत हुई थी और अब इन मौतों ने एक बार फिर बड़ा सवाल खड़ा कर दिया है.