Vaishali News: बिहार के वैशाली जिले के वैशाली थाना क्षेत्र में देर रात लड़की पक्ष के द्वार पहुंची बारात, जहां लड़की पक्ष वालों ने वर पक्ष का सेवा सत्कार कर बारातियों का स्वागत किया. उसके बाद सभी को नाश्ता पानी करवाने के बाद जयमाला के रस्म की तैयारी की जा रही थी, इसी दौरान वर-वधू पक्ष में शादी के दौरान कबूल किए गए किसी बात और पैसे को लेकर आपसी कहासुनी हो गई. उसके बाद बिन दुल्हन के बारात द्वार से वापस लौट गई. लड़की के हाथ में सजी मेहंदी, चूड़ी, खुशी का माहौल, बारात लौटने के खबर मिलते ही चीख-पुकार और आंसुओं में तब्दील हो गया.
एक विवाद और वादा पूरा नहीं हो पाने के कारण नीलम और प्रकाश की शादी टूट गई. बारात बिन दुल्हन ही द्वार से वापस लौट गई. वर-वधू पक्ष के लोग वैशाली थाना क्षेत्र के ही रहने वाले थे और दोनों के बीच मात्र 5 किलोमीटर की ही दूरी थी.
सामाजिक स्तर पर काफी प्रयास किया गया कि वर पक्ष बारात वापस लेकर न जाए, लेकिन दोनों पक्ष के बीच आपसी विवाद सुलझ नहीं पाया और शादी टूटने की नौबत आ गई. स्थानीय जनप्रतिनिधि ने इसकी खबर वैशाली थाना को दी.
बारात द्वार से वापस लौट गई, इस घटना की खबर लड़की ने रो-रोकर थानेदार प्रवीन कुमार को बताई, प्रवीण कुमार ने तुरंत दल बल के साथ रात 1 बजे लड़के वाले के घर पहुंचकर किसी तरीके से हाथ पैर पकड़ के मिन्नत, विनती करके पुनः लड़की के दरवाजे पर चलने और शादी संपन्न कराने की लिए तैयार किया और रात 2 बजे वर पक्ष पुनः लड़की के द्वार बारात लेकर पहुंची.
थानेदार प्रवीन कुमार ने दोनों पक्ष को समझाया बुझाया और अपनी देखरेख में पूरी रात रह कर शादी संपन्न कराई. इस शादी में थानेदार भाई बने और अन्य पुलिसकर्मी रिश्तेदार की तरह बारातियों का स्वागत किया और शादी संपन्न कराकर अहले सुबह लड़की की विदाई तक थानेदार प्रवीन कुमार अपने सहकर्मियों के साथ लड़की के दरवाजे पर तैनात थे.
वहीं, वैशाली थाने के पुलिस ने लोगों के बीच एक अजीबो गरीब मिसाल पेश की है. सुरक्षा के साथ-साथ एक सामाजिकता और हम इंसान को जिंदगी से जुड़े एक सबक भी लोगों के सामने पेश किया है कि पुलिस अपनी ड्यूटी तो करती है, लेकिन उनके अंदर भी मानवता है और वह भी इसी समाज के बीच से आते हैं. (इनपुट - रवि मिश्रा)
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