Bihar History: 113 सालों में दो बार हुआ बिहार बंटवारा, नहीं था उड़ीसा और झारंखड का अस्तित्व

Nishant Bharti
Jan 11, 2025

इतिहास

बिहार का इतिहास काफी गौरवशाली रहा है.

बिहार का अस्तित्व

लेकिन क्या आपको पता है कि आज से करीब 113 साल पहले बिहार का अस्तित्व नहीं थी.

बंगाल प्रेसीडेंसी

तब बिहार बंगाल प्रेसीडेंसी का हिस्सा हुआ करता था.

दिल्ली दरबार

दिसंबर 1911 में दिल्ली दरबार में बंगाल से बिहार को अलग करने का ऐलान किया गया.

बंगाल प्रेसिडेंसी सेअलग

22 मार्च 1912 को बिहार को बंगाल प्रेसिडेंसी से पृथक करके देश का 12वां राज्य बनाया गया.

पश्चिम बंगाल से अगल

बिहार को जब पश्चिम बंगाल से अगल किया गया तो उस समय इसमें उड़ीसा और झारखंड भी शामिल थे.

उड़ीसा

1936 में बिहार को तोड़कर एक अलग राज्य उड़ीसा बनाया गया.

झारखंड

15 नवंबर 2000 को बिहार के दक्षिणी हिस्से को अलग करते झारखंड राज्य बनाया गया.

मौजूदा बिहार

उड़ीसा और झारखंड के अलग होने के बाद कुल 38 जिलों के साथ मौजूदा बिहार राज्य को हम जानते हैं.

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