Jammu Kashmir News in Hindi: जम्मू कश्मीर में हो रहे असेंबली चुनाव में एनसी- पीडीपी समेत बीजेपी ने भी पूरी ताकत झोंक रखी है. लेकिन अगर पार्टी जीत जाती है तो वह सबसे पहले काम क्या करेगा.
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BJP Jammu Kashmir Vision: जम्मू-कश्मीर के वरिष्ठ भाजपा नेता और प्रवक्ता, लेफ्टिनेंट जनरल (सेवानिवृत्त) राकेश शर्मा ने ज़ी मीडिया से विशेष बातचीत के दौरान कहा कि अगर जम्मू-कश्मीर में भारतीय जनता पार्टी (BJP) की सरकार बनती है, तो सबसे पहला काम अवैध तरीके से बसे रोहिंग्या और बांग्लादेशियों को वापस भेजना होगा.
उन्होंने जोर देकर कहा कि जम्मू-कश्मीर की सुरक्षा के लिए ये कदम अत्यंत आवश्यक है. उनका मानना है कि पिछली सरकारों ने केवल वोट बैंक की राजनीति के लिए इन अवैध प्रवासियों को बसाया, जिससे राज्य की सुरक्षा पर खतरा उत्पन्न हो गया है.
पाकिस्तान को दिया करारा जवाब
लेफ्टिनेंट जनरल राकेश शर्मा ने 11 सितंबर की सुबह 2:35 बजे जम्मू के कानाचक (अखनूर) अंतरराष्ट्रीय सीमा पर पाकिस्तान द्वारा किए गए सीमा उल्लंघन पर भी कड़ी प्रतिक्रिया दी. उन्होंने कहा कि भारतीय सेना ने पाकिस्तान को मुंहतोड़ जवाब दिया है. पाकिस्तान लगातार जम्मू-कश्मीर में शांति और विकास में बाधा डालने की कोशिश कर रहा है, लेकिन वह अपने मंसूबों में कभी कामयाब नहीं होगा.
उन्होंने कहा कि पाकिस्तान द्वारा फैलाए जा रहे झूठे प्रोपेगेंडा को यहां के लोग नकार चुके हैं और वह जम्मू-कश्मीर में हो रहे विकास से बौखला गया है. पाकिस्तान का मकसद राज्य के आगामी विधानसभा चुनावों में बाधा डालना है, लेकिन उसकी ये कोशिशें नाकाम रहेंगी.
'देश के लिए खतरा हैं रोहिंग्या और बांग्लादेशी'
लेफ्टिनेंट जनरल राकेश शर्मा ने रोहिंग्या और बांग्लादेशियों को देश की सुरक्षा के लिए खतरा बताया. उन्होंने कहा कि जम्मू में अवैध रूप से बसे इन प्रवासियों की वजह से सुरक्षा स्थिति खराब हो गई है.
शर्मा ने यह भी खुलासा किया कि जम्मू के सुंजवां आर्मी कैंप पर पिछले कुछ वर्षों में हुए दो हमलों में रोहिंग्या प्रवासियों की संलिप्तता पाई गई थी. उन्होंने कहा, "यह बेहद चिंताजनक है और इन अवैध प्रवासियों को जल्द से जल्द बाहर निकालना आवश्यक है."
जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा और विकास को प्राथमिकता
लेफ्टिनेंट जनरल राकेश शर्मा ने कहा कि भाजपा सरकार जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा और विकास को अपनी प्राथमिकता बनाएगी और इसके लिए अवैध प्रवासियों को बाहर निकालने जैसे कड़े कदम उठाए जाएंगे.