OP Rajbhar BSP Alliance: ओमप्रकाश राजभर की समाजवादी पार्टी से दूरियां बढ़ चुकी हैं और इस बीच बीएसपी ने भी उनकी पार्टी एसबीएसपी से हाथ मिलाने से इनकार कर दिया है. आकाश आनंद ने बिना नाम लिए राजभर पर निशाना साधा है.
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BSP Refuses To Contest Election With OP Rajbhar: सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (Suheldev Bharatiya Samaj Party) के चीफ ओमप्रकाश राजभर (OP Rajbhar) को समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) का साथ छोड़ने के बाद बहुजन समाज पार्टी (BSP) से संबंध बढ़ाने की कोशिशों के बीच बड़ा झटका लगा है. बीएसपी के राष्ट्रीय संयोजक और मायावती के भतीजे आकाश आनंद (Akash Anand) ने कहा कि ऐसे 'स्वार्थी' लोगों से सावधान रहने की जरूरत है. बता दें कि हाल ही में ओपी राजभर ने अगला चुनाव बहुजन समाज पार्टी के साथ मिलकर लड़ने की इच्छा जताई थी. इसका जवाब देते हुए आकाश आनंद ने बिना किसी का नाम लिए कहा कि अवसरवादी लोग मायावती के सहारे अपनी राजनीति करने की कोशिश कर रहे हैं.
आकाश आनंद ने दिया जवाब
बीएसपी सुप्रीम मायावती के भतीजे आकाश आनंद ने ट्वीट कर कहा कि बीएसपी की राष्ट्रीय अध्यक्ष और यूपी की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती के शासन, प्रशासन, अनुशासन की पूरी दुनिया तारीफ करती है. लेकिन कुछ अवसरवादी लोग भी उनके नाम के सहारे अपनी राजनीतिक दुकान चलाने की कोशिश करते हैं. ऐसे स्वार्थी लोगों से सावधान रहने की जरूरत है.
बीएसपी की राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं यूपी की पूर्व मुख्यमंत्री आदरणीय @Mayawati जी के शासन,प्रशासन, अनुशासन की पूरी दुनिया तारीफ करती है।
लेकिन कुछ अवसरवादी लोग भी बहन जी के नाम के सहारे अपनी राजनीतिक दुकान चलाने की कोशिश करते हैं। ऐसे स्वार्थी लोगों से सावधान रहने की जरूरत है।
— Akash Anand (@AnandAkash_BSP) July 25, 2022
बीएसपी से गठबंधन चाहते हैं राजभर
गौरतलब है कि आकाश आनंद का यह बयान ऐसे वक्त में आया है जब सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (SBSP) अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर (Om Prakash Rajbhar) बीएसपी से हाथ मिलाने की इच्छा जता रहे हैं. ओपी राजभर ने रविवार को जौनपुर में कहा था कि उनका व्यक्तिगत रूप से मानना है कि अब बीएसपी से हाथ मिलाया जाना चाहिए.
सपा-बीजेपी दोनों के साथ गठबंधन में रह चुकी है SBSP
जान लें कि ओपी राजभर की पार्टी उत्तर प्रदेश का पिछला विधानसभा चुनाव समाजवादी पार्टी के साथ गठबंधन करके लड़ी थी. चुनाव में एसबीएसपी को 6 सीटों पर जीत हासिल हुई थी. इससे पहले ओपी राजभर ने साल 2017 का विधानसभा चुनाव बीजेपी के साथ मिलकर लड़ा था और उनकी पार्टी सरकार में भी शामिल हुई थी. हालांकि बाद में मतभेदों के कारण राजभर की पार्टी सरकार से अलग हो गई थी.
(न्यूज़ एजेंसी भाषा के इनपुट के साथ)
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