IMD Weather Update: दिल्ली में कड़ाके की सर्दी का दौर जारी है. सोमवार को अधिकतम तापमान सामान्य से 5.4 डिग्री कम 15 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. मौसम विभाग ने अगले कुछ दिन ऐसा ही मौसम रहने का अनुमान जताया है.
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IMD Weather Update: दिल्ली में कड़ाके की सर्दी का दौर जारी है. सोमवार को अधिकतम तापमान सामान्य से 5.4 डिग्री कम 15 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. मौसम विभाग ने अगले कुछ दिन ऐसा ही मौसम रहने का अनुमान जताया है. मौसम विभाग के एक अधिकारी ने कहा कि पिछले दो दिनों से अधिकतम तापमान शीत दिवस की श्रेणी में दर्ज किया गया. लेकिन न्यूनतम तापमान 10 डिग्री सेल्सियस से ऊपर रहा.
कोहरे के लिए हो जाइये तैयार
सोमवार को भी दिल्ली में कड़ाके की ठंड का दौर रहा. मौसम विभाग ने कहा कि दिल्ली में बादल छाए रहे और हवाएं चलीं. आर्द्रता का स्तर 81 से 87 प्रतिशत के बीच रहा. न्यूनतम तापमान सामान्य से 3.5 डिग्री अधिक 10.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. मौसम विभाग ने मंगलवार को आसमान साफ रहने तथा अलग-अलग स्थानों पर शीत दिवस की स्थिति का अनुमान जताया है. अधिकांश स्थानों पर धुंध या हल्का कोहरा और अलग-अलग क्षेत्रों में मध्यम कोहरा छा सकता है.
अभी और गिरेगा पारा
दोपहर में हवा की रफ्तार बढ़कर 10 से 12 किलोमीटर प्रति घंटा हो सकती है, लेकिन शाम और रात में इसकी रफ्तार फिर से घटकर आठ किलोमीटर प्रति घंटा हो सकती है. मौसम विभाग ने कहा कि शाम और रात के समय धुंध तथा हल्का से मध्यम कोहरा छाए रहने की संभावना है. अधिकतम 15 डिग्री और न्यूनतम तापमान आठ डिग्री सेल्सियस रह सकता है.
हरियाणा और पंजाब में कड़ाके की ठंड
हरियाणा और पंजाब में सोमवार को कड़ाके की ठंड रही और दोनों राज्यों में अधिकतम तापमान सामान्य से काफी नीचे रहा. दोनों राज्यों में कई स्थानों पर सुबह घने कोहरे के कारण दृश्यता कम हो गई. स्थानीय मौसम विभाग कार्यालय के अनुसार, चंडीगढ़ में दिन में कड़ाके की ठंड रही और शहर में अधिकतम तापमान 11.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो इस सर्दी के मौसम का अब तक का सबसे ठंडा दिन है, जो सामान्य से आठ डिग्री कम है. हरियाणा में अधिकांश स्थानों पर दिन में कड़ाके की ठंड रही.
अंबाला में अधिकतम तापमान 12 डिग्री सेल्सियस
अंबाला में अधिकतम तापमान 12 डिग्री सेल्सियस, हिसार में 14.5 डिग्री, करनाल में 13.2 डिग्री, रोहतक में 12.7 डिग्री और गुरुग्राम में 13 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. पंजाब में पठानकोट शीतलहर की चपेट में रहा, जहां अधिकतम तापमान 11 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जबकि बठिंडा में अधिकतम तापमान 12.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. अमृतसर में भी दिन में कड़ाके की ठंड रही और अधिकतम तापमान 12.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जबकि लुधियाना में 13.8 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया गया. पटियाला में भी कड़ाके की ठंड पड़ रही है, जहां अधिकतम तापमान 13 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जबकि फरीदकोट में अधिकतम तापमान 11.6 डिग्री सेल्सियस और मोहाली में 12.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया.
कश्मीर के गुलमर्ग, पहलगाम में शीतलहर
कश्मीर के गुलमर्ग और पहलगाम में शीतलहर से कड़ाके की ठंड जारी है और तापमान हिमांक बिंदु से कई डिग्री नीचे चला गया है. हालांकि घाटी के अन्य हिस्सों में सर्दी से कुछ राहत मिली है. अधिकारियों ने सोमवार को यह जानकारी दी. मौसम विभाग ने बताया कि उत्तरी कश्मीर में ‘स्कीइंग’ गतिविधियों के लिए प्रसिद्ध पर्यटन स्थल गुलमर्ग में न्यूनतम तापमान शून्य से 10 डिग्री सेल्सियस नीचे दर्ज किया गया, जो पिछली रात की तुलना में दो डिग्री कम है.
श्रीनगर में रात के समय तापमान शून्य से 0.9 डिग्री सेल्सियस नीचे
मौसम विभाग के अनुसार, दक्षिण कश्मीर में वार्षिक अमरनाथ यात्रा के लिए आधार शिविर पहलगाम में न्यूनतम तापमान शून्य से 9.2 डिग्री सेल्सियस नीचे दर्ज किया गया, जबकि पिछली रात यह शून्य से 8.5 डिग्री सेल्सियस नीचे था. श्रीनगर में रात के समय तापमान शून्य से 0.9 डिग्री सेल्सियस नीचे दर्ज किया गया जो सामान्य से एक डिग्री अधिक है. मौसम विभाग ने बताया कि कश्मीर के प्रवेशद्वार काजीगुंड में न्यूनतम तापमान शून्य से 2.8 डिग्री सेल्सियस नीचे दर्ज किया गया, जबकि कोनीबल में न्यूनतम तापमान शून्य से 1.4 डिग्री सेल्सियस नीचे रहा.
कब खत्म होगा ‘चिल्ला-ए-कलां’
विभाग ने बताया कि उत्तरी कश्मीर के कुपवाड़ा में न्यूनतम तापमान 0.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जबकि दक्षिणी कश्मीर के कोकेरनाग में न्यूनतम तापमान शून्य से एक डिग्री सेल्सियस नीचे रहा. घाटी में कुपवाड़ा एकमात्र ऐसा स्थान रहा जहां न्यूनतम तापमान हिमांक बिंदु से ऊपर रहा. वर्तमान में कश्मीर घाटी ‘चिल्ला-ए-कलां’ (सर्वाधिक ठंड की अवधि) की चपेट में है. इसे सर्दियों का सबसे कठिन समय माना जाता है, जो 21 दिसंबर से शुरू हुआ था. ‘चिल्ला-ए-कलां’ की 40 दिनों की अवधि के दौरान सबसे अधिक बर्फबारी होती है. ‘चिल्ला-ए-कलां’ अगले साल 30 जनवरी को खत्म हो जाएगा, लेकिन शीतलहर जारी रहेगी. 40 दिनों के बाद 20 दिवसीय ‘चिल्ला-ए-खुर्द’ और 10 दिन का ‘चिल्ला-ए-बच्चा’ भी होगा जब घाटी में ठंड में धीरे-धीरे कमी आएगी.
(एजेंसी इनपुट के साथ)