अग्निपथ योजना को लेकर किसानों का प्रदेश में प्रदर्शन, सुनवाई न होने पर बड़े आंदोलन की दी धमकी
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अग्निपथ योजना को लेकर किसानों का प्रदेश में प्रदर्शन, सुनवाई न होने पर बड़े आंदोलन की दी धमकी

अग्निपथ योजना के विरोध में संयुक्त किसान मोर्चा एवं भारतीय किसान यूनियन के आह्वान पर प्रदेश के किसानों ने जगह-जगह प्रदर्शन किया. किसानों ने कहा कि अगर सरकार ने जल्द उनकी मांगों की तरफ ध्यान नहीं दिया तो एक बार फिर से किसान दिल्ली को घेरने का काम करेंगे.

अग्निपथ योजना को लेकर किसानों का प्रदेश में प्रदर्शन, सुनवाई न होने पर बड़े आंदोलन की दी धमकी

नई दिल्ली: भारतीय सेना में भर्ती को लेकर अग्निपथ योजना का विरोध लगातार बढ़ता जा रहा है. योजना के विरोध में देशभर में प्रदर्शनकारियों ने हिंसात्मक विरोध भी किए, जिसमें ट्रेन, बस, कार आदि जलाकर इस योजना का विरोध किया गया. वहीं कुछ लोगों ने शांतिपूर्वक धरना प्रदर्शन किया. इन लोगों ने प्रदर्शन कर सरकार से मांग की कि हमें सेना में योजना के तहत 4 साल की नौकरी नहीं बल्कि स्थायी नौकरी चाहिए. इस योजना के विरोध में किसान भी छात्रों के साथ आ गए हैं. उन्होंने आज जगह-जगह किसान मोर्चा के बैनर तले प्रदर्शन कर इस योजना का विरोध कर धरना दिया.

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यमुनानगर में विरोध प्रदर्शन
अग्निपथ योजना को लेकर उठ रहा बवाल कम होने का नाम नहीं ले रहा है. यमुनानगर लघु सचिवालय के सामने भारतीय किसान यूनियन ने हाथों में बैनर लेकर इस योजना का विरोध किया. उन्होंने सरकार को जमकर घेरा और सरकार को कड़ी चेतावनी भी दी के जल्द से जल्द अग्निपथ और अग्निवीर को वापस लिया जाए. अग्निपथ को लेकर डीसी के माध्यम से राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपा.
किसान संगठन लगातार इस योजना का विरोध कर रहे हैं और सरकार दो टूक कह चुकी है की ये योजना हरगिज वापिस नहीं होगी. ऐसे में अग्निपथ योजना को लेकर सरकार और कुछ किसान संगठन आमने सामने आ चुके हैं, जिसको लेकर लघु सचिवालय के बाहर धरना प्रदर्शन भी किया गया.

भिवानी में प्रदर्शन
अग्निपथ योजना को लेकर भिवानी में किसानों व युवाओं ने किया सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया. इस दौरान लघु सचिवालय में प्रदर्शन करते हुए युवाओं ने राष्ट्रपति के नाम जिला उपायुक्त को ज्ञापन सौंपा. किसानों ने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर केंद्र सरकार नहीं मानती है तो बड़ा आंदोलन होगा.

अंबाला में किसानों का प्रदर्शन
संयुक्त किसान मोर्चा आज देशभर में अग्निपथ योजना के खिलाफ प्रदर्शन कर रहा है. संयुक्त किसान मोर्चा के ऐलान पर आज अंबाला में भी किसान यूनियनों द्वारा प्रदर्शन करते हुए डीसी अंबाला को राष्ट्रपति के नाम एक ज्ञापन सौंपा. किसान नेताओं का कहना है कि किसानों के बाद अब जवानों को भी सरकार तंग करने में लगी है. इस योजना से देश की सेवा और सुरक्षा दोनों खतरे में पड़ जाएगी. आर्मी में जवानों की संख्या घटने से दुश्मन देश भारत पर हमला भी कर सकते है. बढ़ती बेरोजगारी के बीच सरकार को जल्द सेना में पुरानी व्यवस्था के साथ भर्ती करनी चाहिए.

कैथल में भी अग्निपथ योजना का विरोध
कैथल के लघु सचिवालय में आज संयुक्त किसान मोर्चा के बैनर तले किसान संगठन सरकार की अग्निपथ योजना के विरोध में युवाओं के समर्थन में आ गए हैं. इन लोगों का कहना है कि सरकार लगातार निजी करण की ओर बढ़ रही है, परंतु हमें यह उम्मीद नहीं थी कि सेना का भी निजीकरण हो जाएगा. यह बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है. इससे युवा तो नाराज है ही, क्योंकि जो युवा सेना में भर्ती होना चाहते थे, उनका यह सपना टूट सा गया है. 4 साल के बाद इनके पास 12 लाख रुपये तो होंगे पर कोई रोजगार नहीं होगा. हमने किसान आंदोलन लंबे समय तक शांति के साथ और गांधीवादी तरीके से लड़ा है, जिसमें किसानों की जीत भी हुई. 

फतेहाबाद में भी किसानों का हल्ला बोल
अग्निपथ योजना के विरोध में आज क्षेत्र के किसान और युवा लघु सचिवालय पहुंचे और प्रदर्शन किया. किसानों का कहना है कि युवाओं और सेना को कॉर्पोरेट के हाथों में सरकार देना चाहती है, जो सहन नहीं होगा. संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर आज किसानों ने यह प्रदर्शन किया. किसान योगेंद्र सिंह ने कहा कि सरकार की इस योजना से युवाओं में बेहद गुस्सा है. 4 साल की भर्ती की यह योजना किसी को नहीं पसंद आ रही है. बड़ी संख्या में नौजवान सेना भर्ती की तैयारी कर रहे हैं, लेकिन सरकार सेना का निजीकरण करने जा रही है. इस दौरान किसानों ने प्रदर्शन कर राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपा.

करनाल में भारतीय किसान यूनियन का प्रदर्शन
संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर हरियाणा के जिला करनाल में भारतीय किसान यूनियन ने अग्निपथ के विरोध में प्रदर्शन किया. सबसे पहले किसान जाट धर्मशाला में इकट्ठे हुए. वहां से सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए जिला सचिवालय में पहुंचे. किसानों ने अग्निपथ योजना बंद करने के लिए राष्ट्रपति के नाम अधिकारियों के माध्यम से ज्ञापन भेजा. साथ ही चेतावनी दी कि यदि इस योजना को बंद नहीं किया तो वह किसान आंदोलन की तर्ज पर देश भर में आंदोलन शुरू कर देंगे.

संयुक्त किसान मोर्चा ने किया सोनीपत में विरोध
संयुक्त किसान मोर्चा के सदस्य एवं भारतीय किसान यूनियन से जुड़े अन्य कई सदस्य सोनीपत की छोटूराम धर्मशाला में इकट्ठे हुए. इस दौरान उन्होंने अग्निपथ योजना का विरोध करते हुए उपायुक्त कार्यालय तक प्रदर्शन कर राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपा. किसानों ने कहा कि अग्निपथ योजना के माध्यम से सरकार भारतीय सेना में ठेकेदारी प्रथा लागू करना चाहती है, जिससे युवाओं को फायदा नहीं होगा. भारतीय सेना में पक्के तौर पर कर्मचारी लगाए जाने की मांग की गई. और कहा कि अगर सरकार उनकी मांगों को पूर्ण नहीं करती है तो आगे भी प्रदर्शन जारी रहेगा.

हिसार में अग्निपथ योजना का विरोध
सेना में शुरु की गई अग्निपथ योजना के विरोध में आज संयुक्त किसान मोर्चे की तरफ से पूरे हरियाणा में प्रदर्शन कर ज्ञापन देने की कॉल दी गई थी. हिसार में भी संयुक्त किसान मोर्चे की अगुवाई में किसानों ने धरना प्रदर्शन करते हुए इस योजना को निरस्त करने की मांग की. इस दौरान उन्होंने राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन देने की योजना बनाते हुए लघु सचिवालय के गेट पर एकजुटता दिखाई. इस दौरान एहतियात के तौर पर भारी पुलिस बल भी तैनात किया गया.

झज्जर में अग्निपथ योजना का विरोध
संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर हरियाणा के जिला झज्जर में भारतीय किसान यूनियन ने अग्निपथ के विरोध में प्रदर्शन किया. इस दौरान उन्होंने लघु सचिवालय के समक्ष प्रदर्शन कर राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपा. विरोध को देखते हुए भारी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया.

पलवल में किसानों का विरोध प्रदर्शन
भारतीय सेना की पुरानी पद्धति को बहाल कराने और अग्निपथ योजना लागू करने के विरोध संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर सैंकड़ों किसान, युवा और महिलाओं ने जिला मुख्यालय पर प्रदर्शन करते हुए राष्ट्रपति के नाम डीआरओ को ज्ञापन सौंपा. इस दौरान भारतीय किसान यूनियन के नेता रतनसिंह ने बताया कि केंद्र सरकार ने भारतीय सेना में पुरानी पद्धति को खत्म करके अग्निपथ नामक योजना लागू की है. इस योजना के तहत सेना भर्ती में कई बड़े दूरगामी बदलाव एक साथ किए हैं. योजना के तहत सेना में पक्की भर्ती खत्म करके 4 साल के लिए कच्ची नौकरी दी जाएगी. अग्निवीर नामक इन अस्थायी कर्मचारियों को न तो कोई रैंक दिया जाएगा और न 4 साल बाद कोई ग्रेच्युटी और पैंशन दी जाएगी. किसान नेताओं ने सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर सरकार ने जल्द उनकी मांगों की तरफ ध्यान नहीं दिया तो एक बार फिर से किसान दिल्ली को घेरने का काम करेंगे.

चरखी दादरी में युवाओं ने किया अग्निपथ योजना का विरोध
चरखी दादरी में अग्निपथ योजना के विरोध में युवाओं द्वारा लगातार 8 दिन से लघु सचिवालय के सामने धरना प्रदर्शन किया जा रहा है. युवाओं ने आज इकट्ठा होकर अग्निपथ योजना के विरोध में रोष प्रदर्शन करते हुए राष्ट्रपति के नाम जिला उपायुक्त को ज्ञापन सौंपा. इस अवसर पर विभिन्न संगठनों के पदाधिकारी भी रोष प्रदर्शन में शामिल हुए. युवाओं द्वारा सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी भी की गई. युवाओं ने कहा कि सरकार युवाओं के हितों के साथ खिलवाड़ कर रही है, जिससे युवाओं में काफी रोष है और जब तक सरकार अग्निपथ योजना को वापिस नहीं करती धरना प्रदर्शन जारी रहेगा. चरखी दादरी नगराधीश नरेंद्र कुमार ने बताया कि युवाओं ने जो ज्ञापन सौंपा है, उसको उचित माध्यम से राष्ट्रपति तक भेज दिया जाएगा.

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