YamunaNagar News: हरियाणा के यमुनानगर जिले के रामपुर गैंडा गांव में अरण्य विहार ट्रस्ट द्वारा एक नया बौद्ध विहार स्थापित किया गया है, जो थाईलैंड की प्रसिद्ध थाई वन परंपरा से संबंधित है. इस विहार का उद्घाटन वरिष्ठ ध्यान गुरु लुआंग पोर चाह की उपस्थिति में हुआ, जो थाईलैंड के वाट पाह पौंग बौद्ध विहार के मठाधीश हैं. यह बौद्ध विहार अरण्य संघाराम के नाम से जाना जाएगा और इसका उद्देश्य क्षेत्र में बौद्ध धर्म, ध्यान और शिक्षा का प्रचार-प्रसार करना है.
उद्घाटन समारोह में एस्सेल ग्रुप के चेयरमैन डॉ. सुभाष चंद्रा भी मौजूद रहे. उन्होंने बौद्ध विहार का दौरा किया और वहां के वरिष्ठ गुरु लुआंग पोर से आशीर्वाद प्राप्त किया. डॉ. चंद्रा ने बौद्ध विहार के संरचनात्मक और धार्मिक पहलुओं की जानकारी ली और इस प्रोजेक्ट के विकास में मदद का आश्वासन दिया. उनके अनुसार, यह एक महत्वपूर्ण कदम है जो यमुनानगर क्षेत्र में बौद्ध संस्कृति को फैलाने और समाज में शांति, करुणा और बुद्धिमत्ता की भावना को बढ़ावा देने में मदद करेगा.
आधिकारिक रूप से उद्घाटन के बाद, अरण्य विहार में कई नए धार्मिक और सामाजिक कार्यों की शुरुआत की गई है. इस अवसर पर अजान केवली भिक्षु ने बताया कि यह स्थान प्राचीन बौद्ध स्थलों से महज 3 किलोमीटर दूर स्थित है, जहां से भगवान बुद्ध की शिक्षाओं का प्रचार हुआ था. विहार की 28 एकड़ भूमि पर नया भवन और कल्याणमित्र भवन भी स्थापित किया गया है, जो साधकों और आगंतुकों के लिए ध्यान और साधना के लिए एक केंद्र के रूप में कार्य करेगा.
इसके अलावा, रजनीश ट्रस्टी अरण्य संघराम ने बताया कि यह विहार भिक्षुओं के लिए एक निवास स्थल प्रदान करेगा और साथ ही साथ यह उन लोगों के लिए एक शरण स्थल बनेगा जो शांति और ध्यान की तलाश में हैं. यह केंद्र विशेष रूप से बच्चों और युवाओं के लिए उपयोगी होगा, जो नशे और अन्य नकारात्मक आदतों से बाहर निकलने के लिए यहां आकर शिक्षा और साधना में समय बिता सकते हैं. अरण्य विहार ट्रस्ट के ट्रस्टियों द्वारा इस बौद्ध विहार की 28 एकड़ भूमि सहित नई इमारतों और संपत्तियों को औपचारिक रूप से संघ को भेंट किया गया है. उद्घाटन समारोह में बौद्ध भिक्षुओं ने पारंपरिक रक्षा सूत्र का जप किया और आशीर्वचन दिए. लुआंग पोर लियम ने ध्यान, शांति और करुणा को बढ़ावा देने के महत्व पर जोर दिया और कहा कि यह स्थल आध्यात्मिक विकास के लिए एक आदर्श केंद्र होगा.
Input- KULWANT SINGH