New Delhi Railway Station Stampede: यह आखिरी ट्रेन है, इस अफवाह के बाद गाड़ी पकड़ने की मच गई थी होड़, चश्मदीदों ने बताई आपबीती
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New Delhi Railway Station Stampede: यह आखिरी ट्रेन है, इस अफवाह के बाद गाड़ी पकड़ने की मच गई थी होड़, चश्मदीदों ने बताई आपबीती

New Delhi Railway Station: नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर हुए भीषण हादसे के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर दुख जताया. उन्होंने लिखा, नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर हुई भगदड़ से गहरा दुख हुआ है. मैं उन लोगों के प्रति संवेदना व्यक्त करता हूं जिन्होंने अपने प्रियजनों को खो दिया. घायलों के जल्दी स्वस्थ होने की प्रार्थना करता हूं। प्रशासन पीड़ितों की मदद में जुटा है.

 

New Delhi Railway Station Stampede: नई दिल्ली रेलवे स्टेशन हादसे पर पीएम मोदी ने जताया शोक, चश्मदीदों से जानें कैसे हुआ हादसा?

New Delhi Railway Station Stampede: शनिवार रात नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर हुए भीषण हादसे ने पूरे देश को हिला कर रख दिया. सूत्रों के मुताबिक अब तक भगदड़ में 18 लोगों की जान चली गई और कई लोग गंभीर रूप से घायल हो गए. घायल लोगों क इलाज लोक नायक जयप्रकाश (एलएनजेपी) अस्पताल में चल रहा है. इस घटना ने रेलवे प्रशासन की सुरक्षा तैयारियों और भीड़ प्रबंधन की खामियों को उजागर कर दिया है.

कैसे हुआ हादसा?
घटनास्थल पर मौजूद चश्मदीदों के अनुसार शनिवार रात करीब 9:15 बजे नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर अचानक अफरा-तफरी मच गई. प्रयागराज एक्सप्रेस और मगध एक्सप्रेस के लिए बड़ी संख्या में यात्री स्टेशन पहुंचे थे. अफवाह फैल गई कि यह आखिरी ट्रेन है, जिससे सभी जल्दबाजी में एक ही ट्रेन पकड़ने के लिए दौड़ पड़े. प्लेटफॉर्म नंबर 13 और उसके आसपास भीड़ बेकाबू हो गई और भगदड़ मच गई. चश्मदीदों ने बताया कि स्टेशन पर भीड़ नियंत्रण के पर्याप्त इंतजाम नहीं थे. एग्जिट गेट से एंट्री कर रहे यात्रियों ने स्थिति को और भयावह बना दिया. मनोरंजन झा नाम के चश्मदीद ने कहा कि मेरी मां मरते-मरते बची. इतनी भीड़ थी कि लोगों को सांस लेना मुश्किल हो गया. वहीं, काजल नाम की एक महिला यात्री ने बताया कि हमने कई लोगों को गिरते और कुचले जाते देखा. पुलिस मौजूद थी, लेकिन भीड़ इतनी ज्यादा थी कि स्थिति संभालना मुश्किल हो गया.

अस्पताल में मची अफरा-तफरी
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार घायलों को तुरंत लोक नायक जयप्रकाश (एलएनजेपी) अस्पताल ले जाया गया. अस्पताल की सीएमएस रितु सक्सेना ने बताया कि हादसे में अब तक 18 लोगों की मौत हो चुकी है. अस्पताल में घायलों का इलाज जारी है और कई लोगों की हालत गंभीर बनी हुई है.

पीएम मोदी ने जताया शोक
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर हादसे पर शोक व्यक्त करते हुए लिखा कि नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर हुई भगदड़ से दुख पहुंचा है. मेरी सहानुभूति उनके साथ है जिन्होंने अपनों को खोया. घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं. वहीं रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भी हादसे पर गहरा दुख जताते हुए कहा कि रेलवे प्लेटफॉर्म पर भगदड़ की वजह से जानें गईं. मेरी संवेदनाएं शोकाकुल परिवारों के साथ हैं. घायलों के जल्द स्वस्थ होने की प्रार्थना करता हूं. गृह मंत्री अमित शाह ने रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव और दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना से बात कर राहत कार्यों में तेजी लाने के निर्देश दिए. उन्होंने कहा कि घायलों को हर संभव उपचार दिया जा रहा है और उनके शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं.

रेल मंत्री का बयान
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने सोशल मीडिया पर कहा कि नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर हुई दुखद भगदड़ से गहरा आघात पहुंचा है. मेरी संवेदनाएं उन परिवारों के साथ हैं जिन्होंने अपनों को खोया. पूरी टीम हादसे में प्रभावित लोगों की मदद कर रही है. उन्होंने घटना की जांच के लिए उच्चस्तरीय समिति गठित करने की घोषणा की.

प्रवक्ता का बयान और जांच का आदेश
रेलवे मंत्रालय के प्रवक्ता दिलीप कुमार ने बताया कि प्रयागराज एक्सप्रेस और मगध एक्सप्रेस के लिए यात्रियों की भारी भीड़ जमा हो गई थी. अफवाहों के चलते भगदड़ की स्थिति बनी. मामले की पूरी जांच के लिए हाई पावर कमेटी बनाई गई है. डीजी आरपीएफ और चेयरमैन रेलवे बोर्ड मौके पर मौजूद हैं और स्थिति का जायजा ले रहे हैं.

प्रशासनिक चूक और सबक
यह हादसा सिर्फ एक दुर्घटना नहीं, बल्कि सुरक्षा प्रबंधन और प्रशासनिक लापरवाही का परिणाम है. रेलवे स्टेशन जैसे संवेदनशील स्थानों पर भीड़ नियंत्रण के लिए मजबूत योजनाएं और आपातकालीन प्रोटोकॉल की जरूरत है. इस त्रासदी ने रेलवे प्रशासन को भीड़ प्रबंधन में सुधार के लिए एक कड़ा सबक दिया है.

अगले कदम और सुधार की उम्मीद
हादसे के बाद रेलवे प्रशासन ने भरोसा दिलाया है कि भीड़ प्रबंधन को लेकर नए सिरे से रणनीति बनाई जाएगी. सीसीटीवी निगरानी, आपातकालीन गाइडेंस और सुरक्षा कर्मियों की संख्या बढ़ाई जाएगी. अब देखना यह होगा कि इस दर्दनाक हादसे के बाद रेलवे प्रशासन वाकई कुछ ठोस कदम उठाता है या फिर यह घटना भी अन्य हादसों की तरह भुला दी जाएगी.

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