Noida News: नोएडा की एक सोसाइटी ने एक नोटिस जारी किया है कि अगर कोइ भी अविवाहित कपल सोसाइटी में रहने आएगा तो उसको अपने परिवार सेपरमिशन लेटर दिखाना होगा. आइए जानते हैं यह पूरा मामला क्या है.
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Noida News: नोएडा से एक मामला सामने आया है, यहां की एक सोसाइटी के अपार्टमेंट ओनर्स एसोसिएशन (एओए) ने लीव इन रिलेशनशिप में रहने वाले किरायदारों के लिए सत्यापन के नए उपाय का प्रस्ताव रखा है. यह फैसला सेक्टर 99 स्थित सुप्रीम टावर्स का है. यहां कि 7वीं मंजिल से एक लॉ छात्र की मौत ह गई थी. बता दें कि वीएन सुब्रमण्यम ने 21 जनवरी को सारे फ्लैट मीलिकों को ईमेल भेजा और उसमें लिखा कि अविवाहितों के पास साथ रहने के लिए अपने किसी भी परिवार के सदस्यों का सहमति पत्र होना है.
क्या है पूरा मामला?
वहां के फ्लैट मालिकों को भेजे ईमेल में साफ लिखा था कि हाल ही में 7वीं मंजिल पर किराएदार की मौत हुई. इसके मद्देनजर सोसायटी का बोर्ड सुरक्षा को प्राथमिकता दे रहा है. अगर कोई भी कुंवारे लोगों (लड़के या लड़कियों) को फ्लैट देने से पहले मालिकों को उनका पता और परिवार के सदस्यों से मंजूरी और विस्तृत जानकारी लेना सुनिश्चित करना चाहिए. साथ ही कुंवारे अगर विपरीत लिंग के सदस्य के साथ रहना चाहते हों तो उन्हें विवाह प्रमाणपत्र या अपने परिवार से परमिशन लेटर पेश करना होगा.
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बार्ड की मंजूरी के बिना भेजा गया मेल
बता दें कि यहां पर रह लॉ स्टूडेंट अपने कुछ दोस्तों के साथ पार्टी कर रहा था. तभी उसने बालकनी से छलांग लगा दी. वहीं मृतक के पिता द्वारा एक महिला क्लासमेट के खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने का मामला दर्ज किया गया है, लेकिन बाद में उसको जमानत पर रिहा कर दिया गया. इस घटना ने सुरक्षा पर सवाल खड़ा कर दिया है. साथ ही इस प्रसताव को लेकर वहां रह रहे लोगों और बोर्ड सदस्यों के बीच मतभेद पैदा हो गया है. इसके साथ ही वहां के एओए के सचिव एसएस कुशवाह ने अध्यक्ष के ईमेल से एसोसिएशन को अलग करते हुए कहा कि यह बोर्ड की मंजूरी के बिना भेजा गया था. उन्होंने आगे कहा कि इस ईमेल को एओए अध्यक्ष ने अपनी निजी हैसियत से भेजा है.