31 जनवरी तक सलाहकार कंपनी टेंडर से जुड़े सभी दस्तावेज तैयार कर लेगी. हरियाणा मास रैपिड ट्रांसपोर्ट कॉर्पोरेशन और गुरुग्राम मेट्रो रेल लिमिटेड के अधिकारियों ने जीएमडीए के मुख्य कार्यकारी अधिकारी श्यामल मिश्रा के साथ बैठक में यह जानकारी साझा की.
मई माह के अंत तक मेट्रो निर्माण का कार्य धरातल पर दिखाई देने लगेगा. यह जानकारी अधिकारियों द्वारा दी गई. दूसरे चरण के तहत मार्च माह के पहले या दूसरे सप्ताह में टेंडर आमंत्रित किए जाएंगे, जिससे परियोजना की गति को बनाए रखा जा सके.
मेट्रो का निर्माण दो चरणों में किया जाएगा. पहले चरण में मिलेनियम सिटी सेंटर मेट्रो स्टेशन से सेक्टर-नौ तक और दूसरे चरण में सेक्टर-नौ से डीएलएफ साइबर सिटी तक मेट्रो का निर्माण किया जाएगा. इस योजना के तहत विभिन्न सड़कों की चौड़ाई बढ़ाने की आवश्यकता होगी.
मेट्रो रूट के तहत आठ मुख्य सड़कों की चौड़ाई बढ़ाने की आवश्यकता है. राव गजराज सिंह मार्ग, मेजर सुशील ऐमा मार्ग, और अन्य सड़कों की चौड़ाई बढ़ाई जाएगी ताकि मेट्रो निर्माण के दौरान ट्रैफिक जाम की समस्या न हो. इसके अलावा, 34 अन्य मुख्य सड़कों की चौड़ाई बढ़ाने की योजना भी है.
ओल्ड गुरुग्राम मेट्रो रूट के तहत सबसे पहले स्टेशन मिलेनियम सिटी सेंटर मेट्रो स्टेशन के समीप बनाया जाएगा. 28.5 किलोमीटर लंबे मेट्रो रूट के निर्माण में लगभग 5452 करोड़ रुपये का खर्च आएगा. इसमें कई महत्वपूर्ण स्टेशन शामिल हैं, जैसे कि सेक्टर-45, साइबर पार्क, और अन्य.