Delhi Stampede : भगदड़ से मची चीख-पुकार पर गरमाई सियासत, राहुल बोले – कब जागेगी सरकार?
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Delhi Stampede : भगदड़ से मची चीख-पुकार पर गरमाई सियासत, राहुल बोले – कब जागेगी सरकार?

New Delhi Railway Station Stampede: कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा कि इतनी बड़ी भीड़ को देखकर अच्छे इंतजाम होने चाहिए थे. प्रशासन को पक्का करना चाहिए कि आगे किसी को लापरवाही की वजह से अपनी जान न गंवानी पड़े.

 

Delhi Stampede : भगदड़ से मची चीख-पुकार पर गरमाई सियासत, राहुल बोले – कब जागेगी सरकार?

Delhi Stampede : नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर शनिवार को हुए दर्दनाक हादसे ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया. महाकुंभ के लिए प्रयागराज जाने वाली ट्रेन को लेकर फैली अफवाह के कारण मची भगदड़ में 18 लोगों की जान चली गई और कई घायल हो गए. इस भयावह घटना के बाद राजनीतिक प्रतिक्रियाओं का दौर शुरू हो गया.

राहुल गांधी ने साधा सरकार पर निशाना
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने हादसे पर गहरी संवेदना व्यक्त करते हुए सरकार की लापरवाही पर सवाल उठाया. उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर लिखा कि यह हादसा रेलवे की नाकामी और सरकार की असंवेदनशीलता को उजागर करता है. श्रद्धालुओं की भारी भीड़ को देखते हुए बेहतर इंतजाम होने चाहिए थे. प्रशासन को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि भविष्य में किसी को इस तरह की लापरवाही की कीमत अपनी जान देकर न चुकानी पड़े.

प्रियंका गांधी ने व्यक्त की संवेदना
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने भी इस हादसे पर गहरा शोक व्यक्त किया. उन्होंने लिखा कि नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर भगदड़ की खबर अत्यंत दुखद है. महिलाओं और बच्चों सहित कई लोगों की मृत्यु की सूचना व्यथित करने वाली है. मैं दिवंगत आत्माओं की शांति और घायलों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की प्रार्थना करती हूं.

पीएम मोदी रख रहे हैं स्थिति पर नजर: शिवसेना नेता शाइना एनसी
शिवसेना नेता शाइना एनसी ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लगातार स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं. उन्होंने कहा कि यह हादसा बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है. दिल्ली पुलिस घटना की जांच कर रही है. हम उम्मीद करते हैं कि जांच के बाद सच्चाई सामने आएगी और दोषियों पर कार्रवाई होगी.

मुआवजे का ऐलान और रेलवे की सफाई
इस घटना के बाद भारतीय रेलवे ने मुआवजे की घोषणा की. मृतकों के परिजनों को 10 लाख रुपये, गंभीर घायलों को 2.5 लाख रुपये और मामूली घायलों को 1 लाख रुपये की सहायता दी जाएगी. रेलवे ने कहा कि हादसे की जांच के लिए उच्चस्तरीय समिति गठित की गई है.

कब थमेगा हादसों का सिलसिला?
यह हादसा एक बार फिर भीड़ प्रबंधन और सुरक्षा उपायों की कमजोरियों को उजागर करता है. हर बार मुआवजे और जांच के वादे किए जाते हैं, लेकिन हालात जस के तस रहते हैं. सवाल उठता है कि क्या प्रशासन भविष्य में ऐसे हादसों को रोकने के लिए ठोस कदम उठाएगा या फिर यह चक्र यूं ही चलता रहेगा.

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