Swati Maliwal: दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने केंद्र सरकार से रिक्वेस्ट है करते हुए कहा कि एक हाई लेवल मीटिंग होनी चाहिए, जिसमें LG, CM और सभी उच्च पदाधिकारी को शामिल होना चाहिए. हर दिन आते 2 हजार महिलाओं से मामले.
Trending Photos
Swati Maliwal: दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने Zee मीडिया से खास बातचीत के दौरान कहा कि दिल्ली में महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित होनी चाहिए और महिलाओं की सुरक्षा के प्रति पुलिस की जवाबदेही भी तय होनी चाहिए. संसाधनों की व्यवस्था कराई जाए ताकि महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित हो सके. इसी के साथ उन्होंने राम रहीम के पैरोल पर भी सवाल खड़े करते हुए कहा कि जो इतना दूरदांत अपराधी हो, जिसे सजा सुनाई जा चुकी हो उसे बार-बार पैरोल पर बाहर छोड़ना पूरी तरह से गलत है.
स्वाति मालीवाल ने कहा कि हरियाणा सरकार के बड़े-बड़े अधिकारी, मंत्री राम रहीम के सामने नतमस्तक होते हुए नजर आते है जो बिल्कुल गलत है. उन्होंने कहा कि महिलाओं की सुरक्षा के लिए पहले से ही कई कानून है, लेकिन उनका सही ढंग से इस्तेमाल नहीं किया जाता इसलिए कानून बनाने से पहले कानून को अच्छी तरीके से लागू कराना और उसका सही पालन हो यह सुनिश्चित करना सरकार का काम है.
ये भी पढ़ेंः swati maliwal: स्मृति ईरानी पर भड़की स्वाति मालीवाल, बोलीं- एक Flying Kiss पर इतनी आग, जब महिलाओं के साथ यौन शोषण होता है तो गुस्सा क्यों नहीं आता
दिल्ली पुलिस पर भी सवाल खड़े करते हुए कहा कि अपराध पर पुलिस की जवाब देही तय होनी चाहिए साथ ही महिलाओं के खिलाफ हो रहे अपराध पर रोकथाम के लिए पुलिस की जवाबदेही भी तय हो. साथ ही दिल्ली में पुलिस की कमी का भी जिक्र किया और कहा पुलिस की कमी जल्द से जल्द खत्म हो ताकि महिलाओं की सुरक्षा भी सुनिश्चित हो सके. वहीं, वही IPC और सीआरपीसी में बदलाव को लेकर कहा सरकार की पहल अच्छी है और महिलाओं के प्रति अपराध कम करने के लिए रूम में सख्त से सख्त सजा का प्रावधान हो ताकि महिलाओं के प्रति अपराध करने वाले अपराधी डरे.
7 सालों में 40 लाख से ज्यादा शिकायते मिली
स्वाति मालीवाल ने महिला हेल्पलाइन 181 पर दर्ज हुए अपराधों को लेकर रिपोर्ट जारी करते हुए कहा कि बीते 7 साल में हेल्पलाइन पर 40 लाख कॉल्स प्राप्त हुई हैं, बीते एक साल में घरेलू हिंसा को लेकर करीब 38 हजार शिकायत दर्ज की गई हैं, POCSO से संबंधित 3647 शिकायत मिलीं, बलात्कार और यौन अपराधों से जुड़ी करीब 6 हजार कॉल्स मिली हैं.
ये भी पढ़ेंः Delhi Crime: दिल्ली में डबल मर्डर! एक शख्स ने दो लोगों की चाकू से गोदकर की हत्या
इसी के साथ स्वाति मालीवाल ने मांग की है कि महिलाओं के साथ बढ़ते क्राइम ग्राफ को देखते हुए एक कमेटी बनायी जाए, जिसमें केंद्रीय गृह मंत्री ने दिल्ली के उपराज्यपाल और महिला आयोग के सदस्यों को शामिल किया जाए. पिछले 7 सालों में महिलाएं के साथ होने वाले क्राइम बढ़े हैं. 92 हजार केसेज एक साल में सामने आए हैं, जिसमें 11 हजार केस बाहर के थे. 181 वूमेन हेल्पलाइन नंबर पर जब भी कॉल आती है तब हम उसे काउंसलिंग से लेकर हर जरूरी चीज का ध्यान रखते हैं.
केंद्र सरकार से रिक्वेस्ट है एक हाई लेवल मीटिंग होनी चाहिए, जिसमें एलजी, सीएम और सभी उच्च पदाधिकारी को शामिल होना चाहिए. सोमवार, बुधवार, शुक्रवार को सबसे ज्यादा शिकायतें मिलती हैं, करीब 2 हजार प्रतिदिन.
बीते एक साल में-
घरेलू हिंसा के 38342 मामले
रेप और यौन शोषण के 5895
3647 पोक्सो
4267 किंडनेपिंग
3555 साइबर क्राइम
1552 गुमशुदगी
3144 बुजुर्ग को परेशान करना
सबसे ज्यादा जुलाई अगस्त में आते हैं केस
21 से 40 साल की महलियां की ज़्यादा कॉल आती हैं
(इनपुटः बलराम पांडेय)