Ayurvedic Farming: आमतौर पर खेती-बाड़ी को घाटे का सौदा कहा जाता है, लेकिन अगर तकनीकी के माध्यम से सही तरीके से खेती की जाए तो किसी से भी अच्छा मुनाफा हो सकता है. साथ ही लोगों को इस्तेमाल के लिए अच्छे उत्पादन दिए जाते हैं जिससे कदम आगे बढ़ते हैं. पलवल के गांव औरंगाबाद निवासी राकेश चौहान और दीपेश चौहान प्राकृतिक खेती और औषधि की खेती कर रहे हैं और वह अच्छा मुनाफा भी कमा रहे हैं. प्राकृतिक खेती में वह गेहूं, गन्ना, बाजरा सहित कई फसलों की खेती कर रहे है. जबकि औषधीय फसलों में कालमेघ, कौंच, सर्पगंधा, अश्वगंधा, तुलसी, एलोवेरा, ब्राह्मी, शतावरी, लेमनग्रास, वच, आर्टीमीशिया, सहजन और अकरकरा जैसी फसलें की खेती प्राकृतिक तरीके से खेती कर रहे है.