Bastar Dussehra: विश्व प्रसिद्ध बस्तर दशहरा के अवसर पर पांच दिवसीय सांस्कृतिक कार्यक्रमों का समापन हो गया है. लगातार पांच दिनों तक लोक संस्कृति से भरपूर कार्यक्रमों ने सभी का मन मोह लिया.
ये रहे अतिथि
पांचवे दिन के कार्यक्रम में बस्तर सांसद दीपक बैज मुख्य अतिथि एवं विशिष्ट अतिथि जगदलपुर नगरपालिक निगम की सभापति कविता साहू लोक कलाकारों के उत्साहवर्धन के लिए उपस्थित रहे.
पांच दिनों कर हुईं लोकनृत्यों की प्रस्तुति
आयोजन में दक्षिण मध्य क्षेत्र से करमा लोकनृत्य दल अध्यक्ष गंगाराम धुर्वे व साथियों द्वारा सैला करमा, गुदुम बाजा एवं करमा लोकनृत्य की प्रस्तुति की गई. स्थानीय लोक कलाकारों की प्रस्तुतियों में से भतरी नृत्य, सांस्कृतिक लोक कला मंच, गोड़ी लोकनृत्य, मंडईनाचा हल्बी नाटक (जीवना चो मोल) एवं परब नृत्य की प्रस्तुति की गई और विद्यालय एवं महाविद्यालय के विद्यार्थियों द्वारा लोकनृत्य प्रस्तुत किए गए.
इस साल से हुई नई पहल
इस साल बस्तर दशहरा में एक नई पहल की गई है, जिसमें बस्तर दशहरा का सांस्कृतिक आयोजन दिनांक 28 सितम्बर से 02 अक्टूबर तक जिला प्रशासन के सहयोग से बादल संस्थान द्वारा टाउन क्लब मैदान में किया गया.
बस्तर दशहरा के इस कार्यक्रम में आमचो बस्तर हेरीटेज सोसायटी के थिंक बी, बस्तर कलागुडी, बस्तर आर्ट गैलरी एवं ट्रेव्हल बस्तर के सभी अधिकारी एवं कर्मचारीयों ने सहयोग प्रदान किया.
1485 कलाकारों ने मंच पर दी प्रस्तुती
इस आयोजन में स्थानीय एवं संभाग स्तर के लोकनृतक दलों की पारंपरिक लोकनृत्यों की प्रस्तुतियां प्रतिदिन हुईं. बस्तर दशहरा के पांच दिवसीय सांस्कृतिक आयोजन में लगभग 75 सांस्कृतिक प्रस्तुतियां पेश की गयीं.
इन कार्यक्रमों में स्कूली एवं महाविद्यालय के विद्यार्थी, स्थानीय कलाकार एवं दक्षिण मध्य क्षेत्र के कलाकारों सहित लगभग 1485 कलाकारों ने मंच में अपनी अनूठी प्रतिभाओं का प्रदर्शन किया.
अब हर साल होगा ऐसा आयोजन
बादल द्वारा आयोजित बस्तर दशहरा 2022 सांस्कृतिक कार्यक्रम में बस्तर की संस्कृति व भारत की संस्कृति को प्रदर्शित करने हेतु पांच दिवसीय सांस्कृतिक कार्यक्रम की अतिथियों एवं गणमान्य नागरिको सभी ने खुलकर प्रशंसा की. अब योजना है कि आने वाले सालों में भी इस तरह के आयोजन किए जाते रहेंगे.
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