CG News: पहले जमाने में जड़ी बूटी का खूब इस्तेमाल किया जाता था. जड़ी बूटी की मदद से ही लोग अपने रोग को ठीक किया करते थे. घने जंगलों में मिलने वाले ये चमत्कारी जड़ी- बूटी शरीर से पूरे रोग को ठीक किया करते हैं. छत्तीसगढ़ के जंगलों में आज भी ऐसी जड़ी बूटी पाई जाती है, जिसे संजीवनी बूटी की तरह माना जाता है. ये कैंसर, पीलिया के साथ-साथ ब्लड प्रेशर को कम करने में भी मदद करती है.
छत्तीसगढ़ के जंगलो में एक वृक्ष पाया जाता है जो किसी संजीवनी बूटी से कम नहीं है. इस वृक्ष की इतने फायदे हैं जिसे गिनते-गिनते आप थक जाएंगे. ना सिर्फ ये पेड़ जानलेवा बीमारियों से छुटकारा दिलाती है बल्कि शराब की लत कम करने में भी मदद करती है.
हम जिस पेड़ की बात कर रहे उसका नाम दहीमन है, जिसे संजीवनी बूटी की तरह समझा जाता है. यह कैंसर, ब्लड प्रेशर, मेंटल हेल्थ और पीलिया जैसी बीमारियों से छुटकारा दिलाने में इस पेड़ का बहुत बड़ा योगदान रहता है.
सिर्फ बीमारियों को ही नहीं बल्कि ये पेड़ शराब का नशा भी 2 मिनट में उतार देता है. दहीमन पेड़ के फल का रस पीने से नशे में डूबा व्यक्ति 2 मिनट के अंदर होश में आ जाता है. इस पेड़ में इतनी खूबियां हैं जिसके चलते इसे संजीवनी बूटी का दर्जा दिया गया है.
बताया जाता है कि आदि काल में दहीमन पेड़ के पत्ते बड़े काम के होते थे. गुप्तचर इस पेड़ के पत्तों पर संदेशों के लिखकर आदान-प्रदान किया करते थे. ऐसा इसलिए क्योंकि अगर आप इन पत्तों पर कुछ लिखते हैं तो उसके अक्षर उभरकर आ जाते हैं.
आयुर्वेद के जानकार इस पेड़ के बारे में बताते हैं कि इस पेड़ को चमत्कारी पेड़ कहना गलत नहीं होगा. इस पेड़ की मदद से कई सारी भयंकर बीमारियों के इलाज किया जा सकता है.
पेड़ में पाए जाने वाले बायो एक्टिव कंपाउंड इसे इतने गुणों से भरपूर करता है. पुराने समय में वैद्य और आयुर्वेदाचार्य द्वारा इस पेड़ के पत्तों का खूब इस्तोमाल किया गया है लेकिन आज के समय में ये अद्भुत पेड़ विलुप्त होते जा रहा है.
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